📰 परिचय (Introduction)
मध्य प्रदेश शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने 2024-25 सत्र से Best Five Plan 2024-25 in Madhya Pradesh लागू करने का निर्णय लिया है। इस नई नीति के तहत विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम में उनकी सर्वश्रेष्ठ पाँच विषयों के अंक ही गिने जाएंगे। इसका उद्देश्य परीक्षा-दबाव घटाना, कमजोर विषयों के कारण असफलता को रोकना और विद्यार्थियों का समग्र मूल्यांकन अधिक न्यायसंगत बनाना है।
🏛️ Best Five Plan क्या है?
Best Five Plan का अर्थ सरल है: यदि किसी विद्यार्थी ने छह विषयों में परीक्षा दी है, तो उन छह में से सबसे कम अंक वाले विषय को हटाकर शेष पाँच विषयों के अंक जोड़कर अंतिम प्रतिशत निकलाया जाएगा। इससे एक कमजोर विषय से पूरे परिणाम पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा और विद्यार्थी का समग्र प्रदर्शन सही रूप में दिखेगा
योजना लागू होने का टाइमलाइन
नीचे तालिका में सत्र और लागू होने की स्थिति दी गई है:
सत्र | कक्षा | लागू होने की स्थिति |
---|---|---|
2024–25 | 9वीं | Basic एवं Standard प्रारंभ |
2025–26 | 10वीं (आंशिक) | Best Five आंशिक रूप से लागू |
2026–27 | 10वीं (पूर्ण) | Best of Five पूरी तरह लागू |
📘 Basic और Standard का अर्थ
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने गणित और अंग्रेजी विषयों में दो स्तर — Basic और Standard — प्रदान किए हैं:
- Basic Level: सरल, समझ-आधारित प्रश्नपत्र; उन विद्यार्थियों के लिए जिनका लक्ष्य बेसिक अवधारणाओं को मजबूत करना है।
- Standard Level: उच्चतर कठिनाई, आगे की पढ़ाई और प्रतियोगी तैयारियों हेतु उपयुक्त।
शिक्षक और अभिभावक विद्यार्थियों की योग्यता व लक्ष्य के अनुसार स्तर चुनने में मार्गदर्शन करेंगे
मूल्यांकन प्रणाली — कैसे होगा परिणाम
विद्यार्थी आम तौर पर 6 विषय देते हैं।
रिजल्ट में सबसे कम अंक वाले 1 विषय को हटाकर शेष 5 विषयों के कुल से प्रतिशत निकाले जाएंगे।
यदि किसी विद्यार्थी ने केवल 5 विषय दिए हैं तो सभी 5 के अंक ही गिने जाएंगे।
इस पद्धति से कमजोर विषय की वजह से छात्र फेल होने की संभावना कम हो जाएगी और समग्र प्रदर्शन पर ध्यान दिया जाएगा।
योजना के उद्देश्य और लाभ
परीक्षा तनाव घटाना: कमजोर विषय की वजह से सम्पूर्ण परिणाम प्रभावित न हो।
न्यायसंगत मूल्यांकन: छात्र के वास्तविक अकादमिक प्रदर्शन को ठीक तरह से दिखाना।
आत्मविश्वास वृद्धि: अधिक सकारात्मक परिणाम मिलने से विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ेगा।
शिक्षण में लचक: शिक्षक पाठ्यक्रम को छात्रों की ज़रूरत के अनुसार अनुकूलित कर सकेंगे।
सरकारी आदेश का सार
आदेश क्रमांक: 221/2022/20-3 (दिनांक 23/12/2024) — स्कूल शिक्षा विभाग, भोपाल द्वारा यह नीति जारी की गई। पुराने कुछ आदेश (24/8/2023 व 13/6/2024) को निरस्त कर इसे लागू किया गया है तथा चरणबद्ध तरीके से 2026-27 तक पूर्ण रूप से लागू करने का निर्देश दिया गया है।
स्कूल प्रशासन के लिए सलाह
स्कूलों को पाठ्यक्रम एवं परीक्षा पैटर्न के अनुसार तैयारी करनी चाहिए।
शिक्षकों को Basic/Standard स्तर के अनुसार छात्रों का मार्गदर्शन करना होगा।
अभिभावकों को भी अपनी बेटी/बेटे के रुचि और क्षमताओं के अनुसार स्तर चुनने में मदद करनी चाहिए।
स्कूलों को परीक्षा समय-सारणी, प्रश्न-पत्र प्रारूप और मूल्यांकन मापदण्ड स्पष्ट कर सार्वजनिक करना चाहिए।
उदाहरण
विधार्थी के अंक: हिंदी 85, अंग्रेजी 78, गणित 90, विज्ञान 88, सामाजिक 75, संस्कृत 60
सबसे कम (संस्कृत 60) हटेगा → शेष पाँच का कुल = 85+78+90+88+75 = 416 → प्रतिशत 83.2%
निष्कर्ष
Best Five Plan in Madhya Pradesh एक सकारात्मक और छात्र-केंद्रित पहल है। यह न केवल असफलता के डर को कम करेगी बल्कि शिक्षा को अधिक समावेशी और न्यायसंगत बनाएगी। चरणबद्ध रूप से लागू होने पर इस नीति से आने वाले वर्षों में छात्रों का शैक्षिक प्रदर्शन और आत्मविश्वास दोनों सुधरेंगे। अभिभावक, शिक्षक और विद्यार्थी मिलकर इस बदलाव का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।