NEET अभ्यार्थियों के लिए खुशखबरी इस बार टूटेंगे सारे रिकॉर्ड इतना कम रहेगा Cutoff
NEET अभ्यार्थियों के लिए वर्ष 2022 का NEET UG CUTOFF बहुत कम रह सकता है चार बड़े ऐसे रीजन है जिनके कारण इस बार नीट अभ्यर्थियों का कटऑफ बहुत कम जा सकता है कई विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार का कटऑफ पिछले कई वर्षों के कटऑफ से भी कम जा सकता है वैसे चार बड़ी संभावनाओं के कारण ही इस बार यह संभव हो पाया है |
NEET अभ्यार्थियों के लिए कुछ संभावना है और है जो जानना जरूरी है फिर हम जानेंगे वह चार कौन सी संभावनाएं हैं जिनके कारण इस बार अभ्यार्थियों का कटऑफ कम रह सकता है
कुछ भी जानने से पहले यह जानना जरूरी होगा कि 2022 के पेपर का डिफिकल्टी लेवल क्या रहा है इसी संदर्भ में हम विशेष रूप से जानेंगे कि आखिर पेपर का डिफिकल्टी लेवल किस प्रकार का रहा है जिससे कि नीड अभ्यर्थी को 2022 का पेपर का लेवल बहुत ही हार्ड या फिर सरल या मध्यमवर्ग का लगा है
2022 के पेपर का डिफिकल्टी लेवल क्या रहा है
पेपर का डिफिकल्टी लेवल बहुत ज्यादा मैटर करता है क्योंकि पेपर जितना अधिक होगा कटऑफ उतनी ही कम जाएगी और पेपर जितना अधिक सरल होगा कटऑफ उतनी ही ज्यादा जाएगी इसलिए पेपर का डिफिकल्टी लेवल बहुत ही ज्यादा मैटर करता है कि आखिर कितना इस बार का पेपर डिफिकल्ट रहा है
2022 में NEET विद्यार्थियों की प्रिपरेशन का लेवल क्या था जानेंगे
विद्यार्थी ने किस प्रकार तैयारी कि इसका सर्वे तो नहीं किया जा सकता लेकिन वह भी स्टूडेंट पर ही डिपेंड करता है कि उसने किस प्रकार से तैयारी की होगी इससे पता लगाया जा सकता है कि विगत वर्षों में बहुत ज्यादा लेवल बड़ा है जिसके कारण विद्यार्थियों ने भी अपनी प्रिपरेशन को बढ़ाया है और तेज किया है तो इस बार भी प्रिपरेशन में कोई कमी नहीं रही होगी और किस प्रकार से विद्यार्थियों की तैयारी रही होगी यह भी एक चर्चा का विषय रहेगा क्योंकि अगर विद्यार्थियों की प्रिपरेशन अच्छी रहती है तो एग्जाम का लेवल कितना भी ज्यादा हार्ड हो विद्यार्थी उसको क्लिक कर लेता है इससे भी कटऑफ बहुत ज्यादा हाई जाने के चांसेस रहते हैं इसलिए यह भी मैटर करेगा कि विद्यार्थी की किस प्रकार प्रिपरेशन रही है लेकिन अलग-अलग विद्यार्थी पर अलग-अलग ही यह डिपेंड रहता है कि वह किस प्रकार से अपनी तैयारी कर रहा है वैसे एक सर्वे के अनुसार सिर्फ 200000 विद्यार्थी ही 1600000 विद्यार्थियों में फाइट कर पाते हैं बाकी सभी विद्यार्थी एग्जाम से बाहर हो जाते हैं क्योंकि वह बिना तैयारी के एग्जाम में बैठ जाते हैं
2022 में कितने स्टूडेंट्स ने नीट का एग्जाम दिया है
स्टूडेंट की संख्या हमेशा ही कटऑफ पर प्रभाव डालती है क्योंकि जितनी ज्यादा स्टूडेंट रहेंगे उतना ही ज्यादा स्टूडेंट्स में कंपटीशन रहेगा एक सर्वे के अनुसार 2022 में टोटल 1800000 फॉर्म डाले गए थे जिसमें से सिर्फ 1700000 विद्यार्थी ही परीक्षा दे पाए थे इसलिए इस बार लेवल के अनुसार विद्यार्थियों की संख्या पिछले कई वर्षों से कहीं अधिक रही है लेकिन जैसा सर्वे में निकल के सामने आया है कि बहुत से विद्यार्थी बिना प्रिपरेशन के ही एग्जाम देने के लिए चले जाते हैं जिससे कि यह संख्या ज्यादा दिखती है लेकिन अभी कुछ कहा नहीं जा सकता कि किस प्रकार की संख्या इस बार विद्यार्थियों की रही है कितने विद्यार्थी इस बार बहुत अच्छी तैयारी करके एग्जाम देने के लिए गए हुए थे
क्या 2022 में टाई ब्रेकिंग रूल भी लगेगा
आखिर टाई ब्रेकिंग रुल क्या है सबसे पहले इसके बारे में हम समझेंगे कई बार आपने देखा होगा कि 2 विद्यार्थी एक ही कैटेगरी के हैं और दोनों के एक से मार्क्स हैं फिर दोनों की एक ही रैंक रह जाती है और एक ही रंग रह जाने के कारण कई बार टाई ब्रेकिंग न्यूज़ लगाना पड़ता है जिसमें विद्यार्थी की फिर फिजिक्स और केमिस्ट्री के मार्क्स देखे जाते हैं जिस विद्यार्थी के फिजिक्स में अधिक मार्क्स होते हैं या केमिस्ट्री में अधिक मार्क्स होते हैं कई बार उसको प्राइटी दी जाती है इस बार विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा होने के कारण लगता है कि यह रूल भी लग सकता है इसलिए इस रूल के लिए भी विद्यार्थियों को तैयार रहना चाहिए और अच्छा रैंक करना चाहिए
पिछले कुछ वर्षों में कितने नंबर पर NEET टॉपर रहे आइए जानते हैं
पिछले कुछ वर्षों का जैसे 2021 का ही देखें अगर तो 720 मार्क्स नीड स्टूडेंट के हाईएस्ट रहे थे लेकिन 2020 के पहले का अगर हम रिकॉर्ड देखते हैं तो 2019 में 701 मार्क्स और 2018 में 691 माह और 2017 की बात करें तो 697 मार्क्स देखने के लिए मिले लेकिन इस वर्ष कुछ अलग ही परिणाम देखने के लिए मिल सकता है क्योंकि बहुत से विद्यार्थियों का कहना है कि इस बार अच्छे मार्क्स आ सकते हैं जैसे 5 विद्यार्थियों का कहना है कि उनके संपूर्ण में से संपूर्ण मार्क्स आने की पूरी पूरी संभावना है यह संभावनाएं तो परिणाम के बाद ही पता लग पाएंगे लेकिन यह भी एक बड़ा कारण हो सकता है कटऑफ ज्यादा जाने का
वर्ष 2022 में लगातार सीटों में वृद्धि होना
सबसे बड़ा रीजन वर्ष 2022 में लगातार सीटों का वृद्धि होना बताया जा रहा है केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडपिया जी ने अभी बड़ी घोषणा करी है जिसमें की लगभग 4000 सीटें बढ़ाने की बात कही जा रही है नीचे पेपर की कटिंग भी दी गई है जिस पर जाकर आप लोग भी देख सकते हैं कि उन्होंने क्या कहा है अगर इसी प्रकार सीटें बढ़ती रहें और अभी एक अपडेट और निकल के सामने आया था कि केरल में भी एक कॉलेज को बढ़ा दिया गया था जिसके कारण यहां पर लगता है कि इस बार चार से पांच एमबीबीएस कॉलेज को फिर से खोला जाएगा और लगातार 4000 से 5000 के बीच में सीटों की वृद्धि करी जाएगी जिससे विद्यार्थियों को बहुत ज्यादा इसका फायदा मिल सकता है और सबसे बड़ा रीजन यह कटऑफ कम कर सकता है कटऑफ पर सीधा प्रभाव डाल सकता है
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