class 10th social science ardhvaarshik paper 2023 || कक्षा 10वी सामाजिक विज्ञान पेपर अर्धवार्षिक परीक्षा 2023

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विद्यार्थियों आज मैं आपको Mp Board class 10th social science ardhvaarshik paper 2023 देने जा रहा हूं 

class 10th social science ardhvaarshik paper 2023
class 10th social science ardhvaarshik paper 2023
BOARD TYPEMP BOARD
EXAM TYPEअर्धवार्षिक परीक्षा 2023
SUBJECTsocial science
EXAM DATE11 दिसंबर 2023
CLASS10th
PAPER TYPEVIRAL PAPER
class 10th social science ardhvaarshik paper 2023
class 10th social science ardhvaarshik paper 2023

जी हां विद्यार्थियों आप सभी ने सही सुना आप सभी के लिए मैं संपूर्ण पेपर का हल करने वाला हूं यही नहींऔर सुनिए Mp Board class 10th social science ardhvaarshik paper 2023 की संपूर्ण पीडीएफ PDF भी देने जा रहा हूं हमेशा की तरह आपको प्यार दिखाना है चैनल को सब्सक्राइब करना है इस पोस्ट को शेयर करना है

जी हां विद्यार्थियों परीक्षा से कुछ ही समय पहले Mp Board class 10th social science ardhvaarshik paper 2023 की यह फोटोस वायरल हो रही हैं जो मैंने आपको अभी दिखाई हैं आप सभी की मदद करने के लिए ही मैंने आपको SOLUTIN प्रोवाइड कराया है

कक्षा 10वी

विषय- सामाजिक विज्ञान

प्रश्न 1. वस्तुनिष्ठ प्रश्न उत्तर

(i) (स) तीन-चौथाई

(ii) (अ) 1972

(iii) (अ) चेन्नई

(iv) (ब) फ्रेड्रिक सॉरयू

(v) (ब) 1916

(vi) (द) उपर्युक्त सभी।


प्रश्न 2. रिक्त स्थान उत्तर

(i) यूरोप,

(ii) संघ

(iii) 1 घण्टा,

(iv) जनता,

(v) नवीकरणीय,

(vi) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार ।

प्रश्न 3 सही जोड़ी उत्तर

(i) विद्युत् के द्वारा अपघटन – विद्युत्-अपघटन

(ii) ब्लीचिंग पाउडर – CaOCl₂ 2

(iii) रक्त का थक्का बनना – प्लेटलेट्स

(iv) अतिक्रियाशील धातु – सोडियम

(v) पलकों का झपकना – प्रतिवर्ती क्रिया

(vi) विभवान्तर का मात्रक – ओम-ऐम्पियर

(vii) नर युग्मक – शुक्राणु

(viii) अपसारी लेन्स – अवतल लेन्स

प्रश्न 5 सत्य असत्य उत्तर

(i) सत्य,

(ii) असत्य

(iii) असत्य

(iv) सत्य,

(v) सत्य,

(vi) असत्य

प्रश्न क्रमांक 6 का उत्तर
उत्तर-पर्यावरण में उपलब्ध प्रत्येक वस्तु जो हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने में प्रयुक्त की जा सकती है और जिसको बनाने के लिए प्रौद्योगिकी उपलब्ध है, एक ‘संसाधन’ है।

प्रश्न क्रमांक 7 का उत्तर
उत्तर-भौतिक पर्यावरण और उसमें रहने वाले जीवों के सम्मिलित रूप को पारिस्थितिक तन्त्र या पारितन्त्र कहते हैं।

प्रश्न क्रमांक 8 का उत्तर
उत्तर-शुष्क कृषि तकनीकों तथा सूखा प्रतिरोधी फसलों के विकास द्वारा अब कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने की आवश्यकता है।

प्रश्न क्रमांक 9 का उत्तर
उत्तर-बॉक्साइट का उपयोग मुख्यतः ऐलुमिनियम बनाने में किया जाता है। इसके अतिरिक्त चीनी-मिट्टी के बर्तन बनाने, मिट्टी का तेल साफ करने, विद्युत् सुचालक के रूप में बर्तन बनाने, मिश्र धातु बनाने आदि में बॉक्साइट का उपयोग किया जाता है।

प्रश्न क्रमांक 10 का उत्तर
उत्तर-उदारवाद यानि liberalism शब्द लातिन भाषा के मूल liber पर आधारित है जिसका अर्थ है ‘आजाद’। नए मध्य वर्गों के लिए उदारवाद का आशय था व्यक्ति के लिए आजादी और कानून के समक्ष सबकी बराबरी। राजनीतिक रूप से उदारवाद एक ऐसी सरकार पर जोर देता था जो सहमति से बनी हो।


प्रश्न क्रमांक 11 का उत्तर
उत्तर- ब्रिटिश सरकार ने बड़े भू-स्वामियों के दबाव में मक्का के आयात पर पाबंदी लगा दी थी। जिन कानूनों के सहारे सरकार ने यह पाबंदी लागू की थी उन्हें ‘कॉर्न लॉ’ कहा जाता था।

प्रश्न क्रमांक 12 का उत्तर
उत्तर-चाँद, सूरज की गति, ज्वार-भाटा के समय और लोगों के दैनिक जीवन से जुड़ी कई अहम जानकारियाँ देना वार्षिक पंचांग कहलाता है।

प्रश्न क्रमांक 13 का उत्तर

उत्तर- एक से ज्यादा राजनीतिक पार्टियों द्वारा साथ मिलकर बनाई गई सरकार को गठबन्धन सरकार कहते हैं। आमतौर पर गठबन्धन में शामिल दल एक राजनीतिक गठजोड़ करते हैं और एक साझा कार्यक्रम स्वीकार करते हैं।

प्रश्न क्रमांक 14 का उत्तर
उत्तर – विधायिका के लिए किसी दल-विशेष से निर्वाचित होने वाले प्रतिनिधि का उस दल को छोड़कर किसी अन्य दल में शामिल हो जाना दल-बदल कहलाता है।

प्रश्न क्रमांक 15 का उत्तर ( अथवा )
उत्तर-एक देश की राष्ट्रीय आय से आशय साधारणतः एक वर्ष में उत्पादित समस्त वस्तुओं तथा सेवाओं के मूल्य का योग होता है, जिनमें वस्तुओं तथा सेवाओं के उत्पादन हेतु प्रयोग की गयी मशीनों एवं पूँजी की घिसावट (या ह्रास) को घटा दिया जाता है तथा विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन आय को जोड़ दिया जाता है।


प्रश्न क्रमांक 16 का उत्तर
उत्तर-किसी वर्ष में पैदा हुए 1,000 जीवित बच्चों में से एक वर्ष की आयु से पहले मर जाने वाले बच्चों का अनुपात शिशु मृत्यु दर कहलाती है।

प्रश्न क्रमांक 17 का उत्तर

उत्तर- एक वस्तु के बदले में दूसरी वस्तु प्राप्त करना या अदला-बदली करना वस्तु विनिमय कहलाता है।

प्रश्न क्रमांक 18 का उत्तर
(जलोढ़ एवं काली मिट्टी में अन्तर)

प्रश्न क्रमांक 19 का उत्तर
उत्तर- कृष्णा-गोदावरी विवाद की शुरूआत महाराष्ट्र सरकार द्वारा कोयना पर जल विद्युत् परियोजना के लिए बाँध बनाकर जल की दिशा परिवर्तन कर कर्नाटक और आंध्र प्रदेश सरकारों द्वारा आपत्ति जताए जाने से हुई। इससे इन राज्यों में पड़ने वाले नदी के निचले भागों में जल प्रवाह कम हो जाएगा और कृषि और उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

प्रश्न क्रमांक 20 का उत्तर
(परम्परागत तथा गैर-परम्परागत ऊर्जा साधन में अन्तर)

प्रश्न क्रमांक 21 का उत्तर

उत्तर- सन् 1930 ई. में लाहौर में हुए अधिवेशन में पूर्ण स्वाधीनता को अपना लक्ष्य घोषित किया और गांधीजी के नेतृत्व में सविनय अवज्ञा आन्दोलन प्रारम्भ करने का निश्चय किया गया। गांधीजी ने इस आन्दोलन

में निम्न प्रमुख कार्यक्रम रखे – (1)  जगह-जगह नमक कानून तोड़कर नमक बनाया जाए।
(2)सरकारी कर्मचारी सरकारी नौकरियों को त्याग दें और छात्र सरकारी स्कूल-कॉलेजों का बहिष्कार किया।

(3) विदेशी वस्त्रों को त्याग कर उनकी होली जलायी जाए।

(4) स्त्रियाँ शराब, अफीम और विदेशी कपड़े की दुकानों पर धरना दें।

(5) जनता सरकार को कर न दे।

गांधीजी ने सविनय अवज्ञा आन्दोलन का शुभारम्भ नमक कानून का उल्लंघन कर किया। 12 मार्च क 1930 को गांधीजी ने दाण्डी के लिए प्रस्थान किया और वहाँ 5 अप्रैल को पहुँचे। यह घटना ‘दापडी-यात्रा’ के नाम से प्रसिद्ध है। मार्ग में जनता ने सत्याग्रहियों का अभूतपूर्व स्वागत किया। वहाँ उन्होंने नमक कानून तोड़ा। इस प्रकार देश में नमक कानून भंग करने का आन्दोलन चल पड़ा। आम जनता ने भी नमक कानून का उल्लंघन किया। यह सविनय अवज्ञा आन्दोलन का प्रारम्भ था। हिन्दुस्तान के सभी भागों में लोगों ने सरकारी कानूनों को भंग करना शुरू किया। स्त्रियों ने भी पर्दा छोड़कर इस आन्दोलन में भाग लिया। किसानों ने भी सरकार को कर देने से इन्कार कर दिया। विदेशी कपड़े का बहिष्कार हुआ। 5 मार्च 1931 को गांधीजों का वायसराय इरविन से समझौता हो गया और गांधीजी ने आन्दोलन स्थगित कर दिया। नवम्बर 1931 ई. में गांधीजी ने कांग्रेस की ओर से लन्दन में द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया और भारत के लिए पूर्ण स्वाधीनता की माँग को, परन्तु ब्रिटिश शासन ने उनकी माँग को स्वीकार नहीं किया। अतः 1932 ई. में कांग्रेस ने गांधीजी के नेतृत्व में पुनः सविनय अवज्ञा आन्दोलन शुरू किया। सरकार ने दमन चक्र तेज किया। एक लाख से अधिक व्यक्ति गिरफ्तार हुए। 1934 ई. में गांधीजी ने आन्दोलन को समाप्त कर दिया।

सविनय अवज्ञा आन्दोलन का महत्त्व:-


यह सत्य है कि असहयोग आन्दोलन की तरह सविनय अवज्ञा आन्दोलन भी बीच में ही स्थगित कर दिया गया था जिससे जनता में कुछ निराशा फैली, परन्तु इस आन्दोलन ने कांग्रेस की शक्ति को भी बढ़ाया। जनता ने गांधीजी के नेतृत्व में अपार कष्टों को सहन किया तथा उनके आदेशों का पालन आँख माँच कर किया। ब्रिटिश सरकार को भी इस बार गांधीजी के व्यक्तित्व ने प्रभावित किया और वह समझ गयी कि उनके पौछे एक अपार जन बल है। इस आन्दोलन ने गांधीजी को एक विश्वविख्यात राजनीतिज्ञ बना दिया।


प्रश्न क्रमांक 22 का उत्तर

उत्तर-
भारत की भाषा-नीति
भारत के संविधान में किसी एक भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं दिया गया। हिन्दी को राजभाण माना गया पर हिन्दी सिर्फ 40 फीसदी भारतीयों की मातृभाषा है इसलिए अन्य भाषाओं के संरक्षण के अनेक उपाय किए गए हैं। संविधान में हिन्दी के अतिरिक्त 21 भाषाओं को अनुसूचित भाषा का दर्जा दिया गया है। केन्द्र सरकार के किसी पद का उम्मीदवार इनमें से किसी भी भाषा में परीक्षा दे सकता है बशर्ते उम्मीदवार इसको विकल्प भाषा के रूप में चुने। राज्यों की अपनी राजभाषाएँ हैं। राज्यों का अपना अधिकांश कार्य अपनी राजभाषा में ही होता है।
संविधान के अनुसार सरकारी कामकाज की भाषा के तौर पर अंग्रेजी का प्रयोग 1965 में बन्द से जाना चाहिए था पर अनेक गैर-हिन्दी भाषी प्रदेशों ने माँग की कि अंग्रेजी भाषा का प्रयोग जारी रखा जाए। केन्द्र सरकार ने हिन्दी के साथ-साथ अंग्रेजी को राजकीय कार्यों में प्रयोग की अनुमति देकर इस विवाद को सुलझाया। राजभाषा के रूप में हिन्दी को बढ़ावा देने की भारत सरकार की नीति बनी हुई है पर बढ़ावा देने का आशय यह नहीं कि केन्द्र सरकार उन राज्यों पर भी हिन्दी को लागू कर सकती है जहाँ लोग कोई और भाषा बोलते हैं। भारतीय राजनेताओं ने इस विषय में जो लचीला रुख अपनाया उसी से हम श्रीलंका जैसी स्थिति में पहुँचने से बच गए।
2011 की जनगणना में लोगों ने 1300 से ज्यादा अलग-अलग भाषाओं को अपनी मातृभाषा के रूप में बताया था। इन भाषाओं को कुछ प्रमुख भाषाओं के साथ समूहबद्ध कर दिया जाता है। जैसे- भोजपुरी, मगहों
बुंदेलखंडी, छत्तीसगढ़ी, राजस्थानी और ऐसी ही दूसरी भाषाओं को हिन्दी के साथ जोड़ लिया जाता है। ऐसी समूहबद्धता के बाद भी जनगणना में 121 प्रमुख भाषाएँ पाई गईं। इनमें से 22 भाषाओं को भारतीय संविधान को आठवीं अनुसूची में रखा गया है और इसी कारण इन्हें अनुसूचित भाषाएँ कहा जाता है। बाकी को गैर-अनुसूचित भाषा कहते हैं। भाषा के हिसाब से भारत दुनिया का संभवतः सबसे ज्यादा विविधता वाला देश है।

प्रश्न क्रमांक 23 का उत्तर
उत्तर-स्व-सहायता समूह-स्व-सहायता समूह निर्धन व्यक्तियों का एक स्वैच्छिक संगठन है। इन
सदस्यों के बीच छोटी-छोटी बचतों को प्रोत्साहित करता है। इन बचतों को बैंक में जमा किया जाता है। बैंक के जिस खाते में यह राशि जमा की जाती है, वह खाता समूह के नाम होता है। सामान्यतः एक समूह के सदस्यों की अधिकतम संख्या 20 होती है।
प्रायः समूह के सदस्य ऐसे व्यक्ति होते हैं जिनकी पहुँच बैंक आदि वित्तीय संस्थाओं तक नहीं होती। अतः समूह सदस्यों को बचत की ऐसी विधि सिखाता है, जो सदस्यों की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु उपयुक्त है।
समूह सदस्यों को कम ब्याज दर पर आसानी से छोटे ऋण उपलब्ध कराता है। इन समूहों ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। समूह की बैंकिंग सम्बन्धित गतिविधियों का उद्देश्य समाज के उन निर्धन और पिछड़े व्यक्तियों को बैंकों से जोड़ना है जिनको अभी तक अनदेखा किया गया है। देश में स्व-सहायता समूह महिलाओं का हो सकता है, पुरुषों का हो सकता है या फिर महिला और पुरुष दोनों का मिश्रित हो सकता है, परन्तु यह देखा गया है कि महिला स्व-सहायता समूह अधिक सफल रहे हैं।

स्व-सहायता समूह के गठन के उद्देश्य:-

स्व-सहायता समूह के गठन के निम्नलिखित उद्देश्य हो सकते हैं-

(1) सामूहिक रूप से संगठित होकर कार्य करने की भावना विकसित करना। भविष्य के लिए बचत करने की आदत विकसित करना।

(2) सदस्यों में बेहतर (3) सदस्यों में स्वावलम्बन की भावना का विकास करना।

(4) स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और घरेलू हिंसा जैसे विषयों के प्रति जागृति उत्पन्न करना।

(5) सदस्यों को ऋण प्रदान करके स्वरोजगार के अवसरों का सृजन करना।

(6) सरकार, बैंक तथा अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं की सहायता से कल्याणकारी गतिविधियों का संचालन आदि।

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कक्षा 10वीअर्धवार्षिक परीक्षा के पेपर 2023

विद्यार्थियों आइए जानते हैं अर्धवार्षिक परीक्षा परीक्षा 2023 में क्या-क्या लेकर जाना है

  • काले और नीले के दो-दो पेन लेकर अवश्य जाना है
  • एक  ट्रांसपेरेंट पानी की बॉटल लेकर जाना है
  • गणित के पेपर में संबंधित सामग्री लेकर अवश्य जाना है
  • विद्यालय में परीक्षा के 1 घंटे पहले पहुंचना अनिवार्य है


Mp Board class 10th social science ardhvaarshik paper 2023 Solution PDF link

Mp Board class 10th social science ardhvaarshik paper 2023 की PDF Free OF COST आपको प्रोवाइड करा रहा हूं 

PDF डाउनलोड करने के लिए कुछ दिशानिर्देश नीचे दिए गए हैं

उनको ध्यानपूर्वक पढ़ें तभी आपको Mp Board class 10th social science ardhvaarshik paper 2023 Solution की PDF link मिलेगी

क्योंकि आपको फ्री ऑफ कॉस्ट प्रोवाइड करी जा रही है तो कुछ नियम आपको फॉलो करने होंगे

महत्वपूर्ण STEP Mp Board class 10th social science ardhvaarshik paper 2023 की PDF डाउनलोड करने के लिए
  • सबसे पहले यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करके सभी प्लेटफार्म पर फॉलो करना होगा
  • इसके पश्चात किसी भी एक (एड  विज्ञापन) पर एक बार क्लिक करना होगा
  • विज्ञापन पर क्लिक करने के पश्चात डाउनलोड (LINK एक्टिवेट) हो जाएगी
  • इसके पश्चात 20 से 25 सेकंड का टाइमर चलेगा
  • इसके पश्चात  डाउनलोड का हरा बटन नजर आयगा उस पर क्लिक कर देना होगा
  • इसके पश्चात फाइल डाउनलोड हो जाएगी

NOTE :25 सेकंड के बाद ही आपको हरा कलर का डाउनलोड का बटन दिखेगा

तो विद्यार्थियों में उम्मीद कर रहा हूं अभी तक आप सभी को Mp Board class 10th social science ardhvaarshik paper 2023 तथा पेपर का फुल सोल्यूशन मिल चुका होगा मैंने PDF भी आप सभी को प्रोवाइड कराई है ताकि आप सभी को कोई भी समस्या ना हो लगातार आपके कमेंट आते रहते हैं कि सर हमें PDF भी दिया करो हमें बहुत ज्यादा समस्या होती है फाइनली मैं आप सभी को पीडीएफ भी प्रोवाइड कर दी है अब आप सभी को इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों तक शेयर करना है जिससे कि सभी की हेल्प हो पाएगी और आपको जल्दी से जल्दी मैं पेपर प्रोवाइड कर पाऊंगा आप हमारे सोशल मीडिया लिंक से भी जुड़ सकते हैं सारे लिंक में आपको प्रोवाइड करा दे रहा हूं

class 10th social science ardhvaarshik paper 2023

MP BOARD अर्धवार्षिक परीक्षा कब से स्टार्ट हो रही है ?

मध्य प्रदेश बोर्ड अर्धवार्षिक परीक्षा 6 दिसंबर से प्रारंभ हो रही है

STUDY NOTES PJ के संचालक कौन है ?

STUDY NOTES PJ यूट्यूब चैनल तथा सभी सोशलमीडियाके प्रभारी MR PRIYANSH JAIN है जो सभी सोशल अकाउंट को संचालित करते हैंतथा महत्वपूर्ण कंटेंट प्रोवाइड करते हैं

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