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Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023 || कक्षा 9वी हिंदी पेपर अर्धवार्षिक परीक्षा 2023

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विद्यार्थियों आज मैं आपको Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023 देने जा रहा हूं  जैसा कि आप सभी पहले से ही जानते होंगे कि हमारे द्वारा दिए गए प्रश्न पत्र आपको परीक्षा में देखने के लिए मिलते हैं हमारा प्रयास हमेशा से यह रहता है कि हर विद्यार्थी परीक्षा में टॉप करें मतलब अच्छे अंक प्राप्त करें और आगे बड़े विद्यार्थियों अगर आप STUDY NOTES PJ से पहले जुड़े हुए हैं तो आप सभी को पता होगा कि इसके पहले में आप सभी की कितनी मदद कर चुका हूं अर्धवार्षिक परीक्षा में भी संपूर्ण मदद करने का प्रयास करूंगा बस आप सभी को इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों तक शेयर करना है

Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023
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जी हां विद्यार्थियों आप सभी ने सही सुना अर्धवार्षिक परीक्षा की महत्वपूर्णता इस बार बहुत ज्यादा है क्योंकि सुनाने में आया है बोर्ड इस बार आपके अर्धवार्षिक परीक्षा के नंबर जोड़ने वाला है इसलिए अर्धवार्षिक परीक्षा बहुत अच्छे तरीके से देना और ज्यादा से ज्यादा अंक लाने का प्रयास करना

Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023
BOARD TYPEMP BOARD
EXAM TYPE अर्धवार्षिक परीक्षा 2023
SUBJECTHINDI
EXAM DATEहिंदी
CLASS7 दिसंबर 2023
PAPER TYPEVIRAL PAPER
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जी हां विद्यार्थियों आप सभी ने सही सुना आप सभी के लिए मैं संपूर्ण पेपर का हल करने वाला हूं यही नहींऔर सुनिए Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023 की संपूर्ण पीडीएफ PDF भी देने जा रहा हूं हमेशा की तरह आपको प्यार दिखाना है चैनल को सब्सक्राइब करना है इस पोस्ट को शेयर करना है

Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023

जी हां विद्यार्थियों परीक्षा से कुछ ही समय पहले Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023 की यह फोटोस वायरल हो रही हैं जो मैंने आपको अभी दिखाई हैं आप सभी की मदद करने के लिए ही मैंने आपको SOLUTIN प्रोवाइड कराया है

1.(घ) एक

2.(घ)गधा उत्साह

3.(क) 

4.(ख) 

5.(ख) 

6.(क) 

1. रति 

2.महाकाव्य 

3.संपूर्ण 

4.उपसर्ग 

5.छायावाद 

6.सज्जन

1.असत्य

2.सत्य

3.सत्य

4.असत्य

5.सत्य

6.असत्य

1-च

2-क

3-ख

4-च

5-घ

6-ड

1. जाकिर हुसैन 

2.दुराचार 

3.अधिक दिखावा 

4.अलंकार 

5.1950 में 

6.हथकड़ियां

उत्तर- कवि का नाम

(1) भवानीप्रसाद मिश्र-   सन्नाटा’, ‘गीतफरोस’।

(2) कुँवर नारायण-  चक्रव्यूह’, ‘आमने-सामने’।

       (अथवा उत्तर)

उत्तर- नई कविता की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

(1) लघुमानववाद की प्रतिष्ठा

(2) प्रयोगों में नवीनता

(3) क्षणवाद को महत्व-जीवन के प्रत्येक क्षण के महत्व को माना है।

(4) अनुभूतियों का वास्तविक चित्रण

कवि                             रचना

(1) जयशंकर प्रसाद-     ‘कामायनी’, ‘आँसू’

(2) सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला – अनामिका’परिमल

         (अथवा उत्तर) 

उत्तर- प्रगतिवादी काव्य की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

(1) शोषितों सेसहानुभूति

(2) आर्थिक व सामाजिक समानता पर बल

(3) नारी शोषण मुक्ति की आवाज

(4) ईश्वर के प्रति अनास्था

(5) सामाजिक यथार्थ का चित्रण

भक्तिकाल की प्रमुख विशेषताएं निम्न प्रकार हैं-

(1) भक्ति भावना की प्रधानता (2) किसी भी राजा के दरबार में आश्रय प्राप्त न करना। (3) काव्य जन का उद्देश्य केवल स्वान्तः सुखाय हो था

     (अथवा उत्तर) 

भक्तिकाल में भक्ति के दो रूप मिलते है

(1) निगु॔ण भक्ति

(2)सगुण भक्ति

उत्तर- भक्तिकाल में कबीर, तुलसी, सूरदास, मीराबाई आदि महान विभूतियों का आविर्भाव हुआ। इनकी अमृतवाणी से जन-सामान्य को अभूतपूर्व शान्ति तथा सुख का अनुभव हुआ। इस काल का साहित्य अनुपम एवं आदर्श है। जिस युग में कबीर, जायसी, तुलसी, सूर जैसे प्रसिद्ध कवियों और महात्माओं को अमृतवाणी उनके अन्तःकरण से निकलकर देश के कौने-कौने में फैली थी, उसे साहित्य के इतिहास में भक्ति काल कहते हैं। वह युग वास्तव में स्वर्ण युग के साहित्य से पूर्ण था

     (अथवा उत्तर) 

उत्तर- निर्गुण भक्ति काव्य की प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार है-

(1) निराकार ब्रह्म में विश्वास

(2) गुरु का विशेष महत्व,

(3) माया से सावधान रहने का सन्देश

(4) विरह भाव की प्रधानता

(5) अज्ञात स के प्रति रहस्यवादी दृष्टिकोण।

उत्तर- (1) कृष्ण को ईश्वर का अवतार माना गया।

(2) उनकी पूजा पर विशेष बल दिया गया

(3) कृष्ण के लोकरंजक स्वरूप का चिन्तन व वर्णन किया जाना।

(4) सखाभाव की भक्ति की अवधारणा

(5) ज्ञान से बढ़कर प्रेम को अधिक महत्व दिया जाना

(6) मुक्तक शैली के गेय पदों की रचना

(7) प्राय कृष्णभक्ति काव्य की रचना ब्रजभाषा में तथा कृष्ण की बाल लीलाओं के वर्णन की प्रधानता

                       (अथवा उत्तर)

उत्तर- रामभक्ति शाखा की प्रमुख विशेषताएँ निम्न प्रकार है-

(1) रामभक्ति शाखा के कवियों के इष्टदेव मर्यादा पुरुषोत्तम राम हैं

(2) इनकी भक्ति दास्य भाव की है

(3) इस शाखा के काव्य में राम के लोक रक्षक रूप का चित्रण हुआ है

(4) रामभक्त कवियों ने समन्वय पर जोर देकर लोकमंगल का विधान करने का प्रयत्न किया है

उत्तर- मनुष्य ईश्वर को देवालय, मस्जिद, काबा, कैलाश, योग- वैराग्य एवं विभिन्न प्रकार की धार्मिक पद्धतियों में   ढूढ़ता फिरता है।

                  (अथवा उत्तर) 

उत्तर- गहने शृंगार, साज-सज्जा के लिए पहने जाते हैं। इनसे पहनने वाले की शोभा बढ़ती है। स्वतन्त्रता सेनानियों की साज-सज्जा एवं शोभा हथकड़ियों से बढ़ती है। देश की आजादी के लिए हथकड़ियाँ पहनना गौरव की बात होती है। इसीलिए हथकड़ियों को गहना कहा गया है

उत्तर- महाकाव्य विस्तृत होता है। इसमें प्रकृति का विशद् चित्रण होता है। जीवन के समग्र रूप का उल्लेख होता है तथा पात्रों की संख्या अधिक होती है। हिंदी के दो महाकाव्य निम्नलिखित हैं-

(1)’ रामचरितमानस’ (तुलसीदास),

(2)’ कामायनी’ (जयशंकर प्रसाद)।

                  (अथवा उत्तर) 

उत्तर – परिभाषा – घृणित वस्तुओं के देखने या श्रवण करने से वीभत्स रस की व्यंजना होती है। इसका स्थायी भाव जुगुप्सा (घृणा) है।

उदाहरण – “सिर पर बैठो काग, आँख दाऊ खात निकारत।

खींचत जीभहि स्यार अतिहि आनन्द उर धारत ॥ गिद्ध जाँघ कह खोदि खोदि के माँ उपारत। 

स्वान आँगुरिन काटि काटि के खात विदारत ॥

उत्तर- किसी महापुरुष या प्रसिद्ध व्यक्ति के जीवन की घटनाओं, उनके कार्य-कलापों आदि का आत्मीयता के साथ वर्णन जिस गद्य विधा में किया जाता है, उसे जीवनी कहते हैं।

                  (अथवा उत्तर) 

उत्तर- जीवनी और आत्मकथा में अन्तर इस प्रकार है- (1) जीवनी में लेखक किसी अन्य के जीवनवृत्त को प्रस्तुत करता है जबकि आत्मकथा में लेखक स्वयं के जीवनवृत्त को प्रस्तुत करता है। (2) जीवनी प्रायः महापुरुषों की लिखी जाती हैं जबकि आत्मकथा कोई भी लिख सकता है।

शैली-महादेवी वर्मा की शैली के प्रमुख रूप इस प्रकार हैं-

(1) भावात्मक शैली महादेवी जी भाव प्रधान स्थलों पर इस शैली का प्रयोग करती हैं।

(2) वर्णनात्मक शैली- किसी घटना, व्यक्ति, वस्तु या स्थिति के वर्णन में यह शैली अपनाई जाती है। (3) विचारात्मक शैली आलोचना या विचार प्रधान विषयों का प्रतिपादन इस शैली में किया गया है। (4) विवेचनात्मक शैली- किसी विषय के विवेचन में यह शैली प्रयोग की गई है।

(5) चित्रात्मक शैली- महादेवी जी ने अपने संस्मरणों तथा रेखाचित्रों में इस शैली का प्रयोग किया है। इसके अतिरिक्त व्याख्यात्मक, संस्मरणात्मक, व्यंग्यात्मक आदि शैली रूप आपकी रचनाओं में देखे जा सकते हैं।

• साहित्य में स्थान- महादेवी वर्मा ने हिंदी गद्य के विकास के लिए अपनी अप्रतिम सेवाएँ दी हैं।

                     (अथवा उत्तर) 

रचनाएँ:-नमक का दारोगा, शतरंज के खिलाड़ी, पूस की रात, गोदान, सेवासदन, निर्मला, गवन, कर्मभूमि,

उत्तर–(1) लोकोक्ति स्वयं में एक वाक्य होती है, जबकि मुहावरा वाक्य का अंश होता है।

(2) लोकोक्ति पूरा विचार प्रकट करती है जबकि मुहावरे का अर्थ वाक्य में प्रयोग होने पर व्यक्त होता है।

                        (अथवा उत्तर) 

उत्तर- अमृत-सुधा, मधु, अमिय ।

दिन- दिवस, वासर, वार ।

चाँदनी – कौमुदी, ज्योत्सना, चन्द्रिका ।

सरस्वती – भारती, शारदा, वीणापाणि ।

उत्तर- कहानी एक कलात्मक छोटी रचना है। यह किसी घटना, भाव, संवेदना आदि की मार्मिक व्यंजना करती है। इसका आरम्भ और अन्त बहुत कलात्मक तथा प्रभावपूर्ण होता है। घटनाएँ परस्पर सम्बद्ध होती हैं। हर घटना लक्ष्य की ओर उन्मुख होती है। लक्ष्य पर पहुँचकर कहानी अपना विशिष्ट प्रभाव छोड़ती हुई समाप्त हो जाती है।

दो प्रसिद्ध कहानीकार एवं उनकी रचनाएँ हैं (1) मुंशी प्रेमचंद (‘कफन’), (2) जयशंकर प्रसाद (‘आकाशदीप’)।

                      (अथवा उत्तर) 

उत्तर- रेखाचित्र में शब्दों की कलात्मक रेखाओं द्वारा किसी व्यक्ति, वस्तु अथवा घटना के बाह्य और आन्तरिक स्वरूप का शब्दचित्र अंकित किया जाता है।

उत्तर- आश्रय के मन में उठने वाले अस्थिर मनोविकारों को संचारी भाव कहते हैं। इनका अस्तित्व पानी के बुलबुलों के समान होता है संचारी भावों की संख्या 33 निर्धारित की गई है।

                    (अथवा उत्तर) 

उत्तर- परिभाषा- किसी विपरीत दशा को स्वयं के अनुकूल बनाने के निमित्त हृदय में उत्पन्न उत्साह को ही वीर रस कहा जाता है। या उत्साह की दशा में वीर रस होता है। इसका स्थायी भाव उत्साह है।

उदाहरण- (1) “चढ़ चेतक पर तलवार उठा करता था भूतल पानी को। राणा प्रताप सिर काट-काट करता था सफल जवानी को ।”

(2) “बुन्देले हरबोलों के मुख हमने सुनी कहानी थी।

खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी॥”

संदर्भ– प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक के ‘ ग्रामश्री’ पाठ से लिया गया है। इसके कवि सुमित्रानंदन पंत हैं।

प्रसंग–यहाँ पर उतरतों सर्दी की रात्रि में सुशोभित गाँव का चित्रण किया गया है।

भावार्थ-हरियाली से मुस्कराते सर्दी-गर्मी के आनन्द में अलसाकर ग्रामीण नींद में डूबे हुए हैं। आशय यह है कि उतरती सर्दी की रात्रि में ग्रामीण नींद का आनन्द ले रहे हैं। ओस की बूँदों से भीगी हुई अन्धकारमयी रात में ये ग्रामीण नक्षत्रलोक के स्वप्नों में खोए हुए हैं। अर्थात् ग्रामवासी गहरी नींद में स्वप्नलोक में विचरण कर रहे हैं। पन्ने के खुले डिब्बे जैसे खुले हुए इस गाँव पर नीले आकाश का ढक्कन रखा है। पाले के आखिरी दिनों में ओस की बूँदों से तर होकर यह शान्त ग्राम प्रत्येक आदमी के मन को मोहित कर रहा है।

काव्य सौन्दर्य (1) अंधियारी रात में निद्रालीन गाँव की प्रकृति का सुन्दर वर्णन हुआ है। (2) साहित्यिक भाषा, उपमा, रूपक अलंकार तथा प्राकृतिक छटा का सौन्दर्य दर्शनीय है।

संदर्भ- यह गद्यांश ‘दो बैलों की कथा’ पाठ से लिया गया है। इसके लेखक प्रेमचंद हैं।

प्रसंग- यहाँ पर होरा मोती के मन की बात प्रकट की गई है।

व्याख्या हीरामोती में इतनी स्वामिभक्ति थी कि उन्हें उसके पास से दूसरी जगह जाना अखर रहा था। यदि परमात्मा ने उनको अपनी बात कह पाने की शक्ति दी होती तो वे झूरी से पूछते कि हम गरीबों को घर से निकालना उचित नहीं है। हम तुम्हारे सेवक रहे हैं। हमने तुम्हारी सेवा चाकरी में किसी तरह की कमी नहीं की है और तुम इतने से भी सन्तुष्ट नहीं थे तो हमसे और अधिक काम ले लिया करते। हम तो तुम्हारे प्रति समर्पित थे। तुम्हारी सेवा में हमें मर जाना भी स्वीकार था। हमने तुम्हारे द्वारा दिए दाने चारे को बिना किसी शिकायत के पेटभर खाया। जो कुछ भी दाना चारा तुमने हमको दिया, वह हमने चुपचाप खा लिया। इतने पर भी तुम प्रेम हमको इस दुष्ट व्यक्ति के हाथों क्यों बेच रहे हो। तुम्हारा इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है।

विशेष- (1) हीरा मोती ने पूरी मेहनत से मालिक का काम किया था इसलिए उनके मन में उनके निकाले जाने पर इस तरह के भाव आना स्वाभाविक है। (2) विषय के अनुरूप भाषा शैली का प्रयोग किया गया है।

खोया-पाया

मुझे विद्यालय के खेल के मैदान में एक स्कूल बैग मिला है जिसमे कक्षा 9 की पुस्तकें रखी हैं। साथ ही एक पर्स में कुछ रुपए भी रखे हैं। जिसका हो, वह प्रमाण देकर प्रधानाचार्य कार्यालय से प्राप्त कर ले।

दिनांक 22.11.20           क्रीडा प्रभारी

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शिवपुरी

                         (अथवा उत्तर) 

 स्वच्छ भारत अभियान

 महात्मा गाँधी ने स्वच्छ भारत का जो स्वप्न देखा था उसे साकार करने के लिए ‘स्वच्छ भारत अभियान का प्रारम्भ सन् 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। सभी को पता है स्वच्छता से मनुष्य का तन, मन तथा परिवेश सभी शोभायमान होते हैं। गन्दगी जहाँ भी, जिस रूप में होती है, वह विकार ही पैदा करती है। भारत में गाँवों से लेकर नगरों, महानगरों तक में गन्दगी का जो विनाशकारी रूप रहा है उसे समाप्त करने में स्वच्छता अभियान कारगर हो रहा है। गाँवों तथा शहरों में निम्न वर्ग खुले में शौच करते थे। अब शौचालयों के निर्माण हो गए हैं। जो माँ-बहिनें खुले में शौच जाती थीं अब वे चर के शौचालय का प्रयोग कर रही हैं। नालियों, सड़कों तथा नालों को नियमित रूप से साफ किया जा रहा है। यह अभियान जन जन तक पहुँच गया है इसलिए स्वच्छता के प्रति सभी सजग हो गए हैं।

उत्तर- (1) शीर्षक- ‘ईर्ष्या’।

(2) ईर्ष्यालु व्यक्ति अपनी तुलना दूसरे व्यक्तियों से करता है।

3) ईर्ष्यालु व्यक्ति उन वस्तुओं के अभाव से दुःख उठाता है जो दूसरों के पास मौजूद हैं।

(4) दाह -जलाना, अग्नि लाचार -निरुपाय, मजबूर। 

(2) “जब धर्म और जाति के आधार पर राष्ट्र से अलग होने के प्रयास होते हैं, तभी राष्ट्रीय एकता के लिए खतरा बढ़ जाता है। प्रत्येक स्वतन्त्र राष्ट्र के लिए राष्ट्रीय एकता की भावना आवश्यक होती है। इसके लिये राष्ट्रवासियों में स्नेह, सहिष्णुता, सहयोग तथा उदारता की भावना होनी चाहिए। राष्ट्रीय एकता के आदर्श

को व्यवहार में लाना ही राष्ट्र के प्रति हमारा कर्त्तव्य है।

23, शान्ति कुंज, गांधी मार्ग, इन्दौर

प्रिय मित्र पल्लव

सप्रेम हृदय स्पर्श

दिनांक 16.11.20.

आज प्रात:काल ‘दैनिक जागरण’ समाचार-पत्र में तुम्हारा अनुक्रमांक देखा, तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। तुम प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हो। मैं स्वयं को अति भाग्यशाली समझता हूँ कि मैंने तुम जैसे योग्य, चतुर, बुद्धिमान मित्र को प्राप्त किया है। इस सन्दर्भ में मैं तुम्हें अपनी हार्दिक बधाइयाँ देता हूँ और आशा करता हूँ कि तुम अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करोगे और अपने जीवन में सफलताओं के शिखर की प्राप्त करोगे ।अपने माता-पिता को मेरी और से चरण स्पर्श कहना।

तुम्हारा मित्र

कपिल

                  (अथवा उत्तर) 

सेवा में,

श्रीमान् प्रधानाचार्य महोदय,

राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,

सागर (म. प्र. )

महोदय,

सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय की कक्षा 9’अ’ का विद्यार्थी है। मेरे पिताजी राजकीय सेवा में हैं। वे हम सभी घर के सदस्यों का पालन-पोषण बड़ी कठिनाई से कर पाते हैं। मेरा पिछला पढ़ाई का रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है। इस कारण मुझे पिछले वर्षों में भी शुल्क में मुक्ति मिलती रही है। आपसे प्रार्थना है कि मुझे इस वर्ष भी शुल्क में मुक्ति देकर मुझ पर बड़ी कृपा करेंगे। मैं आपसे वायदा करता है कि इस वर्ष भी कक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने का प्रयास करूँगा।

अन्त में, मुझे पूर्ण विश्वास है कि मुझे फीस में पूरी-पूरी छूट देकर बड़ी कृपा करेंगे। मैं आजीवन

आपका ऋणी रहूँगा।

दिनांक : 19.7.20….

आपका आज्ञाकारी शिष्य

मोहन चन्द्र

कक्षा 9 अ

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कक्षा 9वीअर्धवार्षिक परीक्षा के पेपर 2023

विद्यार्थियों आइए जानते हैं अर्धवार्षिक परीक्षा परीक्षा 2023 में क्या-क्या लेकर जाना है

  • काले और नीले के दो-दो पेन लेकर अवश्य जाना है
  • एक  ट्रांसपेरेंट पानी की बॉटल लेकर जाना है
  • गणित के पेपर में संबंधित सामग्री लेकर अवश्य जाना है
  • विद्यालय में परीक्षा के 1 घंटे पहले पहुंचना अनिवार्य है


Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023 Solution PDF link

Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023 की PDF Free OF COST आपको प्रोवाइड करा रहा हूं 

PDF डाउनलोड करने के लिए कुछ दिशानिर्देश नीचे दिए गए हैं

उनको ध्यानपूर्वक पढ़ें तभी आपको Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023 Solution की PDF link मिलेगी

क्योंकि आपको फ्री ऑफ कॉस्ट प्रोवाइड करी जा रही है तो कुछ नियम आपको फॉलो करने होंगे

महत्वपूर्ण STEP Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023 की PDF डाउनलोड करने के लिए
  • सबसे पहले यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करके सभी प्लेटफार्म पर फॉलो करना होगा
  • इसके पश्चात किसी भी एक (एड  विज्ञापन) पर एक बार क्लिक करना होगा
  • विज्ञापन पर क्लिक करने के पश्चात डाउनलोड (LINK एक्टिवेट) हो जाएगी
  • इसके पश्चात 20 से 25 सेकंड का टाइमर चलेगा
  • इसके पश्चात  डाउनलोड का हरा बटन नजर आयगा उस पर क्लिक कर देना होगा
  • इसके पश्चात फाइल डाउनलोड हो जाएगी

NOTE :25 सेकंड के बाद ही आपको हरा कलर का डाउनलोड का बटन दिखेगा

तो विद्यार्थियों में उम्मीद कर रहा हूं अभी तक आप सभी को Mp Board class 9th hindi ardhvaarshik paper 2023 तथा पेपर का फुल सोल्यूशन मिल चुका होगा मैंने PDF भी आप सभी को प्रोवाइड कराई है ताकि आप सभी को कोई भी समस्या ना हो लगातार आपके कमेंट आते रहते हैं कि सर हमें PDF भी दिया करो हमें बहुत ज्यादा समस्या होती है फाइनली मैं आप सभी को पीडीएफ भी प्रोवाइड कर दी है अब आप सभी को इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों तक शेयर करना है जिससे कि सभी की हेल्प हो पाएगी और आपको जल्दी से जल्दी मैं पेपर प्रोवाइड कर पाऊंगा आप हमारे सोशल मीडिया लिंक से भी जुड़ सकते हैं सारे लिंक में आपको प्रोवाइड करा दे रहा हूं

MP BOARD अर्धवार्षिक परीक्षा कब से स्टार्ट हो रही है ?

मध्य प्रदेश बोर्ड अर्धवार्षिक परीक्षा 6 दिसंबर से प्रारंभ हो रही है

STUDY NOTES PJ के संचालक कौन है ?

STUDY NOTES PJ यूट्यूब चैनल तथा सभी सोशलमीडियाके प्रभारी MR PRIYANSH JAIN है जो सभी सोशल अकाउंट को संचालित करते हैंतथा महत्वपूर्ण कंटेंट प्रोवाइड करते हैं

निर्गुण भक्ति भाव की प्रमुख विशेषताएं लिखिए

(1) निराकार ब्रह्म में विश्वास
(2) गुरु का विशेष महत्व,
(3) माया से सावधान रहने का सन्देश
(4) विरह भाव की प्रधानता
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