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Class 9th SET A Hindi vaarshik paper 2024 || कक्षा 9वी हिंदी वार्षिक परीक्षा पेपर 2024

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विद्यार्थियों जैसा की वार्षिक परीक्षा 2024 बहुत नजदीक आ गई हैं इसलिए आज मैं आपको Class 9th SET A Hindi vaarshik paper 2024 की संपूर्ण PDF देने जा रहा हूं साथ में सभी प्रश्नों का Full Solution फ्री पीडीएफ के रूप में देने जा रहा हूं कोई भी चार्ज PAY करने की जरूरत नहीं है

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Class 9th SET A Hindi vaarshik paper 2024

तो विद्यार्थियों अब आप सभी को विश्वास भी हो गया होगा कि मैं आप सभी को पेपर प्रोवाइड करने वाला हूंजैसा कि आप सभी पहले से ही जानते होंगे कि हमारे द्वारा दिए गए प्रश्न पत्र आपको परीक्षा में देखने के लिए मिलते हैं हमारा प्रयास हमेशा से यह रहता है कि हर विद्यार्थी परीक्षा में टॉप करें मतलब अच्छे अंक प्राप्त करें और आगे बड़े विद्यार्थियों अगर आप STUDY NOTES PJ से पहले जुड़े हुए हैं तो आप सभी को पता होगा कि इसके पहले भी मैंने आप सभी की कितनी मदद की है वार्षिक परीक्षा 2024 में भी संपूर्ण मदद करने का प्रयास करूंगा बस आप सभी को इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों तक शेयर करना है

Class 9th SET A Hindi vaarshik paper 2024
BOARD TYPEMP BOARD
EXAM TYPEवार्षिक परीक्षा 2024
SUBJECTHINDI
EXAM DATEMarch
CLASS9th
PAPER TYPEVIRAL PAPER
Class 9th SET A Hindi vaarshik paper 2024
Class 9th SET A Hindi vaarshik paper 2024

जी हां विद्यार्थियों आप सभी ने सही सुना आप सभी के लिए मैं संपूर्ण पेपर का हल करने वाला हूं यही नहीं और सुनिए Class 9th SET A Hindi vaarshik paper 2024 की संपूर्ण पीडीएफ PDF भी देने जा रहा हूं हमेशा की तरह आपको प्यार दिखाना है चैनल को सब्सक्राइब करना है इस पोस्ट को शेयर करना है

जी हां विद्यार्थियों परीक्षा से कुछ ही समय पहले Class 9th SET A Hindi vaarshik paper 2024 की यह फोटोस वायरल हो रही हैं जो मैंने आपको अभी दिखाई हैं आप सभी की मदद करने के लिए ही मैंने आपको SOLUTIN प्रोवाइड कराया है

वार्षिक परीक्षा 2023-24

कक्षा 9वी

विषय हिंदी

(सेट- A) Full Solution

प्रश्न क्रमांक 1 के उत्तर( सही विकल्प)

(i) (ग) तेज गति से आता बाढ़ का पानी

(ii) (ख),द्वन्द्व समास

(iii) (घ),गधा

(iv) (ग),अलंकार

(v) (ख), सुमित्रानंदन पंत

(vi) (क),ब्रजभूमि में

प्रश्न क्रमांक 2 के उत्तर( रिक्त स्थान)

  • मृदुला गर्ग
  • तीन
  • टोपी  
  •  दो
  •  समग्र
  •  मेघ

प्रश्न क्रमांक 3 के उत्तर ( सही जोड़ियां)

 (i) →फणीश्वरनाथ ‘रेणु’

(ii) -निपात शब्द,

(iii)  -पूर्व प्रधानमंत्री

(iv)-लमही

(v)- रति स्थाई

(vi) →महमह धनिया भाव

प्रश्न क्रमांक 4 के उत्तर( एक शब्द में उत्तर)

 (i) इस जल प्रलय में।

(ii) अंधेरा,

(iii) नींद न आना,

(iv) जाकिर हुसैन

(v) 24 मात्राएँ,

(vi) श्रीकृष्ण के,

प्रश्न क्रमांक  5 के उत्तर ( सत्य/असत्य)

1.सत्य

2. असत्य

3. असत्य

4. सत्य

5. असत्य

6. सत्य

प्रश्न क्रमांक 6 का उत्तर

नई कविता के चार प्रमुख कवियों के नाम और उनकी दो-दो रचनाओं के नाम लिखिए।

उत्तर – कवि का नाम            रचनाएँ

(1) भवानीप्रसाद मिश्र   – ‘सन्नाटा’, ‘गीतफरोस’।

(2) कुँवर नारायण  –   ‘चक्रव्यूह’, ‘आमने-सामने

(3) दुष्यन्त कुमार –     सूर्य का स्वागत’, ‘आवाजों के घेरे’।

(4) नरेश मेहता –         ‘वनपांखी सुनो’, ‘उत्सव’।

( अथवा)

निर्गुण भक्ति काव्य की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।

उत्तर-निर्गुण भक्ति काव्य की प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं- (1) निराकार ब्रह्म में विश्वास, (2) गुरु का विशेष महत्व, (3) माया से सावधान रहने का सन्देश, (4) विरह भाव की प्रधानता, (5) अज्ञात सत्ता के प्रति रहस्यवादी दृष्टिकोण।

प्रश्न 7.इस संसार में सच्चा संत कौन कहलाता है ?

उत्तर- सच्चा संत वह है जो पक्ष या विपक्ष के चक्कर में नहीं पड़ता है। वह निरपेक्ष भाव से परमात्मा का ध्यान करता है।

(अथवा)

कवि ने गाँव को ‘हरता जन मन’ क्यों कहा है ?

उत्तर – गाँव की शोभा मुस्कराती सी हरियाली, रंग-बिरंगे फूल, नाना प्रकार के फल, सब्जियाँ आदि हैं। गाँव में गंगा का मीठा जल, तरबूज आदि खूब मिलते हैं। इस गाँव की छटा मनमोहक है इसीलिए यह हर आदमी का मन मोह लेता है।

प्रश्न 8. कवि का ब्रज के वन, बाग और तालाब निहारने के पीछे क्या कारण है ?

उत्तर-रसखान श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त हैं। वे उन सभी चीजों को प्रेम करते हैं जिनसे श्रीकृष्ण का सम्बन्ध रहा है। ब्रज के वन, बाग और तालाबों से श्रीकृष्ण का सम्बन्ध है इसीलिए कवि उनको निहारने के लिए लालायित हैं।

अथवा

मेघ आए’ कविता में जिन रीति-रिवाजों का मार्मिक चित्रण हुआ है, उनका वर्णन कीजिए।

उत्तर – इस कविता में जिन रीति-रिवाजों का चित्रण हुआ है वे उस प्रकार हैं- (1) गाँव में दामाद के आने पर सभी लोग उनका स्वागत करते हैं। (2) घर आने पर घर के बुजुर्ग उनको झुककर प्रणाम करते हैं। (3) स्त्रियाँ पर्दा करती हैं।

प्रश्न 9. का उत्तर

कलापक्ष- (1) परिष्कृत ब्रजभाषा – रसखान ने अपनी कविता में ब्रजभाषा के प्रौढ़ एवं परिष्कृत स्वरूप का प्रयोग किया है। उनकी भाषा में सहजता, सरलता एवं प्रवाह विद्यमान है।

(2) अलंकार विधा – अनुप्रास, यमक, उत्प्रेक्षा आदि अलंकारों का स्वाभाविक प्रयोग किया है।

अथवा

रचनाएँ- (1) वीणा, (2) पल्लव, (3) गुंजन, (4) युगान्त, (5) युगवाणी, (6) ग्राम्या

प्रश्न 10.खण्डकाव्य की परिभाषा एवं एक खण्डकाव्य का नाम लिखिए।

उत्तर- खण्डकाव्य में जीवन के किसी एक पक्ष का अंकन होता है। एक घटना अथवा व्यवहार का ही चित्रण किया जाता है। हिंदी के चार खण्डकाव्य निम्नलिखित हैं-

(1)’ जानकी मंगल’ – तुलसीदास,

(2)’सिद्धिराज’-मैथिलीशरण गुप्त,

(3)’सुदामाचरित्र’-नरोत्तमदास,

(4)’ गंगावतरण’ – जगन्नाथदास रत्नाकर।

अथवा

कालिंदी कूल कदंब की डारन’ में कौन-सा अलंकार है ?

उत्तर-इस पंक्ति में ‘क’ वर्ण की आवृत्ति एक से अधिक बार हुई है इसलिए इसमें अनुप्रास अलंकार है।

पीपर पात सरिस मन डोला।’ में रूपक अलंकार है।

प्रश्न 11.उत्प्रेक्षा अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।

उत्तर- उत्प्रेक्षा अलंकार – परिभाषा-काव्य में जहाँ उपमेय में उपमान की सम्भावना व्यक्त की जाती है, वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। जनु, जानो, मानो, मानहुँ आदिवाचक शब्द उत्प्रेक्षा अलंकार की पहचान हैं।

उदाहरण – “जनु, अशोक अंगार दीन्ह मुद्रिका डारि तब।”

“मानो, झूम रहे हैं, तरु भी मंद पवन के झोंकों से।”

अथवा

उत्तर-परिभाषा-किसी विपरीत दशा को स्वयं के अनुकूल बनाने के निमित्त हृदय में उत्पन्न उत्साह ही वीर रस कहा जाता है। या उत्साह की दशा में वीर रस होता है। इसका स्थायी भाव उत्साह है।

उदाहरण

“बुन्देले हरबोलों के मुख हमने सुनी कहानी थी।

प्रश्न 12. रेखाचित्र किसे कहते हैं ?

उत्तर-रेखाचित्र में शब्दों की कलात्मक रेखाओं द्वारा किसी व्यक्ति, वस्तु अथवा घटना के बाह्य और आन्तरिक स्वरूप का शब्दचित्र अंकित किया जाता है।

अथवा

कहानी किसे कहते हैं ? प्रसिद्ध कहानीकारों के नाम लिखिए।

उत्तर-कहानी एक कलात्मक छोटी रचना है। यह किसी घटना, भाव, संवेदना आदि को मार्मिक व्यंजना करती है। इसका आरम्भ और अन्त बहुत कलात्मक तथा प्रभावपूर्ण होता है। घटनाएँ परस्पर सम्बद्ध होती हैं। हर घटना लक्ष्य की ओर उन्मुख होती है। लक्ष्य पर पहुँचकर कहानी अपना विशिष्ट प्रभाव छोड़ती हुई समाप्त हो जाती है।

दो प्रसिद्ध कहानीकार एवं उनकी रचनाएँ हैं- (1) मुंशी प्रेमचंद (‘कफन’), (2) जयशंकर प्रसाद (‘ आकाशदीप’)

प्रश्न 13. किस घटना ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया और उन्हें पक्षी प्रेमी बना दिया ?

उत्तर-बचपन में सालिम अली की एयरगन से एक नीले कण्ठ की गौरैया घायल हो गई थी। इससे वे तरह गौवा के बारे में जानने के इच्छुक हुए, और इनके जीवन की दिशा पक्षियों की खोज की हो गई। इन्होंने सारा संवन पक्षियों की खोज में लगा दिया। वे पक्षी विज्ञानी हो गए।

अथवा

कोई वस्तु हमारे लिए उपयोगी हो, न हो लेकिन टी. वी. पर विज्ञापन देखकर हम उसे खरीदने के लिए अवश्य लालायित होते हैं। क्यों ?

उत्तर- आज विज्ञापन का युग है। उत्पाद तैयार होने से पहले ही उसके लम्बे-चौड़े विज्ञापन टी. वी. आदि पर आ जाते हैं। इन विज्ञापनों में वस्तु की विशेषताओं को इतना बढ़ा-चढ़ाकर बताया जाता है कि उत्पाद के आते ही उसकी बिक्री होने लगती है। विज्ञापनों का ऐसा प्रभाव होता है कि वस्तु की आवश्यकता न होते हुए भी हम उसके प्रति लालायित होते हैं, इसका कारण विज्ञापनों का चमत्कार है।

प्रश्न 14. हीरा और मोती ने शोषण के खिलाफ आवाज उठाई लेकिन उसके लिए प्रताड़ना भी नही। हीरा-मोती की इस प्रतिक्रिया पर तर्क सहित अपने विचार प्रकट करें।

उत्तर- स्वाभिमानी तथा साहसी शोषण तथा अत्याचार का विरोध करता है। उसके लिए चाहे उसे कठौर प्रताड़ना सहनी पड़े। गलत व्यवहार तथा शोषण को सहते रहना कायरता तथा हीनता का लक्षण है। हीरा-मोती के साथ गया का व्यवहार अनुचित था इसलिए उन्होंने उसका विरोध करके अपने मान तथा सम्मान की रक्षा की। वे कायर तथा हीन व्यक्तित्व वाले नहीं थे।

अथवा

उस समय के तिब्बत में हथियार का कानून न रहने के कारण यात्रियों को किस प्रकार का भय बना रहता था ?

उत्तर- यात्रियों को तिब्बत जाने के लिए डाँड़े पार करने पड़ते हैं। वहाँ पर डाँड़ें सबसे अधिक खतो की जगहें हैं। मीलों तक गाँव नहीं होते। निर्जन स्थानों में डाकू रहते हैं। यहाँ खून तक हो जाते हैं। वहाँ हथियार का कानून न होने के कारण डाकू हथियारों को लिए रहते हैं। यात्रियों को इन्हीं स्थानों पर लुटने तथा खून किये जाने का भय बना रहता है।

प्रश्न 15.हरिशंकर परसाई

रचनाएँ-  (1) ‘तब की बात और थी’, (2) ‘भूत के पाँव पीछे’, (3) ‘बेईमानी की परत’, (4) ‘पगडंडियों का जमाना’, (5) ‘सदाचार का ताबीज

अथवा

राहुल सांकृत्यायन

भाषा-शैली-

भाषा-अनेक भाषाओं के जानकर राहुल जी ने व्यावहारिक खड़ी बोली में साहित्य सृजन किया है। आपने विषय के अनुरूप भाषा का प्रयोग किया है। आपकी भाषा सरल, सुबोध तथा प्रवाहपूर्ण है। उन्होंने सीधी-सादी भाषा को अपनाया है।

शैली- राहुल जी ने विषय तथा भाव के अनुरूप शैली का प्रयोग किया है। आपकी शैली के रूप इस प्रकार हैं-

(1) वर्णनात्मक शैली – इस शैली में यात्रा साहित्य की रचना की है।

(2) विवेचनात्मक शैली – शोधपरक गम्भीर विषयों में इस शैली के दर्शन होते हैं।

(3) विचारात्मक शैली – धर्म, दर्शन, आलोचना परक विषयों में इस शैली को अपनाया है।

(4) व्यंग्यात्मक शैली – आपने अपनी रचनाओं में स्थान-स्थान पर सहज एवं सरस हास्य-व्यंग्य के पुट दिए हैं।

प्रश्न 16.निम्नलिखित शब्दों में से तत्सम तथा तद्भव शब्द अलग कीजिए-

मुख्य, सूखा, श्यामल, घोड़ा।

उत्तर – तत्सम शब्द- मुख्य, श्यामल।

तद्भव शब्द – सूखा, घोड़ा।

अथवा

निम्नलिखित शब्दों के समस-विग्रह कर समास का नाम बताएं

नवग्रह:-नवग्रहों का समूह- द्विगु समास

राम-श्याम:-राम और श्याम-द्वंद्व समास

प्रश्न 17. डराने-धमकाने, उपदेश देने या दबाव डालने की जगह सहजता से किसी को भी सही राह पर लाया जा सकता है-पाठ के आधार पर तर्क सहित उत्तर दीजिए।

उत्तर- डराना, धमकाना, दबाव डालना मात्र ही सही राह पर लाने का तरीका नहीं है। यदि व्यक्ति में विवेक हो तो वह सहजता से भी किसी भी गलत आदमी को उचित रास्ते पर ला सकता है। ‘मेरे संग की औरतें’ पाठ में इसका सटीक उदाहरण है। शादी के समय जब आदमी बरात में गए हुए थे तब एक चोर परदादी के कमरे में आ गया। दादी ने उस चोर से पानी लाने को कहा। वह पानी लाया तो उसमें से आधा लोटा उन्होंने पाँ लिया, आधा उसे पिला दिया। फिर उससे बोली तुमने मेरा बचा पानी पी लिया इसलिए तुम मेरे बेटे हो गए, अब तुम चोरी करो अथवा खेती। चोर ने चोरी छोड़कर खेती करना शुरू कर दिया। यदि परदादी उसे डाँटती, फटकारती तो शायद वह न मानता परन्तु सहज व्यवहार से उसे सही रास्ते पर ले आई।

अथवा

रीढ़ की हड्डी’ एकांकी का क्या उद्देश्य है ? लिखिए।

प्रश्न 18.आई सीधी राह से, गई न सीधी राह। सुषुभ-सेतु पर खड़ी थी, बीत गया दिन आह ? जेब टटोली, कौड़ी न पाई।

माझी को दूँ, क्या उतराई ।।

संदर्भ-यह पद्य हमारी पाठ्य-पुस्तक के ‘वाख’ पाठ से लिया गया है। इसकी कवयित्री ललद्यद ने की है।

प्रसंग-सद्कर्म ही जीव को भवसागर से पार करते हैं। इसलिए यहाँ श्रेष्ठ कर्मों का महत्व बताया गया है।

भावार्थ-कवयित्री अपने गत जीवन के कर्मों पर विचार करते हुए कहती हैं कि जब मैं इस संसार में आई थी तब शुद्ध, निर्मल, निर्विकार थी। किन्तु इस संसार में आकर मैंने स्वार्थ, दल, कपट, बेईमानी आदि विकार पाल लिए। मैं इन्हीं में अपने जीवन को लगाए रही। यही कारण है कि जब मैं सुषुम्ना रूपी पुल पर पहुँची तो वहीं खड़ी रह गई। इतने में ही जीवन रूपी दिन समाप्त हो गया और मैंने भवसागर पार करने के लिए अपने सद्कर्मों का विवरण देखा तो उसमें एक भी श्रेष्ठ कार्य नहीं मिला। मैं सोचती रही गई कि जब मेरे – पास सद्कर्मों रूपी मेहनताना है ही नहीं तो परमात्मा रूपी नाविक को भवसागर पार करने के लिए क्या हूँ। काव्य सौंदर्य- (1) सांसारिक रूपी सागर पार करने के लिए सद्कर्मों की आवश्यकता पर बल दिया

गया है। (2) रूपक एवं अनुप्रास अलंकार (3) व्यावहारिक भाषा का प्रयोग हुआ है।

प्रश्न 19 .मुझे लगता है तुम किसी सख्त चीज को ठोकर मारते रहे हो। कोई चीज जो परत-पर-परत सदियों से जम गई है, उसे शायद तुमने ठोकर मार-मारकर अपना जूता फाड़ लिया। कोई टीला जो रास्ते पर खड़ा हो गया था, उस पर तुमने अपना जूता आजमाया

संदर्भ- यह गद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्तक के ‘प्रेमचंद के फटे जूते’ शीर्षक निबन्ध से लिया गया है। इसके लेखक हरिशंकर परसाई हैं।

प्रसंग-यहाँ पर प्रेमचंद द्वारा सामाजिक बुराइयों के दूर करने के प्रयासों की ओर संकेत किया गया है।

व्याख्या- लेखक को लगता है कि प्रेमचंद के जूते किसी कड़ी चीज को ठोकर मारने के कारण फटे हैं। उन्होंने अपने साहित्य के द्वारा समाज में हो रहे शोषण, पाखंड, वर्ग-भेद जैसे वर्षों से चली आ रही बुराइयों को उखाड़ फेंकने का कार्य किया। परत-दर-परत जमी इन सामाजिक कमियों में उन्होंने अपने जूते की बार-बार ठोकर मारी इसी से जूते फट गए। ये बुराइयाँ समाज के विकास में टीला बनकर बाधक हो रही थीं। उसे तुमने अपने जूते से ठोकर मारी अर्थात् आपने इन बुराइयों को दूर करने के लगातार प्रयत्न किए। इस प्रयास में ही प्रेमचंद का यह हाल हो गया।

प्रश्न 20.विद्यालय के खेल के मैदान में एक बैग मिला है जिसमें पुस्तकें तथा कुछ रुपये हैं। उसके खोने का विज्ञापन लिखिए।

उत्तर-

खोया-पाया

मुझे विद्यालय के खेल के मैदान में एक स्कूल बैग मिला है जिसमें कक्षा 9 की पुस्तकें रखी हैं। साथ ही एक पर्स में कुछ रुपए भी रखे हैं। जिसका हो, वह प्रमाण देकर प्रधानाचार्य कार्यालय से प्राप्त कर ले।

दिनांक 22.11.20……

क्रीड़ा प्रभारी

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शिवपुरी

अथवा

स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत

महात्मा गाँधी ने स्वच्छ भारत का जो स्वप्न देखा था उसे साकार करने के लिए ‘स्वच्छ भारत अभियान’ का प्रारम्भ सन् 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। सभी को पता है स्वच्छता से मनुष्य का तन, मन तथा परिवेश सभी शोभायमान होते हैं। गन्दगी जहाँ भी, जिस रूप में होती है, वह विकार ही पैदा करती है। भारत में गाँवों से लेकर नगरों, महानगरों तक में गन्दगी का जो विनाशकारी रूप रहा है उसे समाप्त करने में स्वच्छता अभियान कारगर हो रहा है। गाँवों तथा शहरों में निम्न वर्ग खुले में शौच करते थे। अब शौचालयों के निर्माण हो गए हैं। जो माँ-बहिनें खुले में शौच जाती थीं अब वे घर के शौचालय का प्रयोग कर रही हैं। नालियों, सड़कों तथा नालों को नियमित रूप से साफ किया जा रहा है। यह अभियान जन-जन तक पहुँच गया है इसलिए स्वच्छता के प्रति सभी सजग हो गए हैं।

प्रश्न 21.मानव का अकारण ही मानव के प्रति अनुदार हो उठना न केवल मानवता के लिए लज्जाजनक है, वरन् अनुचित भी है। वस्तुतः यथार्थ मनुष्य वही है जो मानवता का आदर करना जानता है, कर सकता है। केवल इसलिए कि कोई मनुष्य बुद्धिहीन है अथवा दरिद्र, वह घृणा का तो दूर, उपेक्षा का भी पात्र नहीं होना चाहिए। मानव तो इसलिए सम्मान के योग्य है कि वह मानव है, भगवान की सर्वश्रेष्ठ रचना है।”

प्रश्न- (1) उपर्युक्त गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक दीजिए।

(2) यथार्थ मनुष्य किसे कहा गया है ?

(3) भगवान की सर्वश्रेष्ठ रचना क्या है ?

उत्तर-(1) ‘मानव और मानवता’।

(2) यथार्थ मनुष्य वही है जो मानवता का आदर करना जानता है, कर सकता है।

(3) भगवान की सर्वश्रेष्ठ रचना ‘मानव’ है।

(8) मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज से अलग उसके अस्तित्व की कल्पना भी नहीं की जा सकती। परिचित तो बहुत होते हैं, पर मित्र बहुत कम होते हैं। क्योंकि मैत्री एक ऐसा भाव है, जिसमें प्रेम के साथ समर्पण और त्याग की भावना मुख्य होती है। मैत्री में सबसे आवश्यक है, परस्पर विश्वास। मित्र ऐसा सखा, गुरु और माता है, जो सबके स्थानों को पूर्ण करता है।

अथवा

तुम हो धरती के पुत्र न हिम्मत हारो,

श्रम की पूँजी से अपना काज सँवारो। श्रम की सीपी में ही वैभव ढलता है,

तब स्वाभिमान का दीप स्वयं जलता है।

प्रश्न- (1) उपर्युक्त काव्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।

(2) कवि के अनुसार स्वाभिमान कब जाग्रत होता है ?

(3) उपर्युक्त काव्यांश का भावार्थ लिखिए।

उत्तर-(1) शीर्षक’ श्रम की महत्ता’।

(2) परिश्रम करने पर ही धन-वैभव बढ़ता है और इससे स्वाभिमान की भावना जागती है। (3) भावार्थ-कवि मनुष्य को प्रेरित करते हुए कहते हैं कि तुम को अपनी माँ पृथ्वी की तरह धैर्यवान होना चाहिए और मेहनत से अपने कार्यों में सफलता प्राप्त करनी चाहिए। वैभव तथा स्वाभिमान भी श्रम से प्राप्त होते हैं।

प्रश्न 21. अपने प्राचार्य महोदय को पत्र लिखिए जिसमें विद्यालय में खेल के सामान की समुचित व्यवस्था करने का आग्रह किया गया हो।

उत्तर- सेवा में,

श्रीमान् प्रधानाचार्य जी, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, अम्बाह ।

विषय : विद्यालय में खेल के सामान की समुचित व्यवस्था हेतु ।

महोदय,

हमारे विद्यालय में खेल का अच्छा बड़ा मैदान है। हमारे विद्यालय में खेलों में रुचि से भाग लेने वाले विद्यार्थी भी पर्याप्त मात्रा में है। किन्तु विद्यालय में लगभग सभी खेलों के सामान की कमी है। बालीबॉल, फुटबॉल, क्रिकेट के कम ही सैट हैं। चैस, कैरम, टेबिल टेनिस आदि इनडोर खेलों की व्यवस्था तो है ही नहीं। अतः आपसे प्रार्थना है कि सभी खेलों के सामान मंगाकर नियमित खेलों की व्यवस्था कराने का कष्ट

करें।

दिनांक: 14.9.20……….

आपका आज्ञाकारी

अनुज जैन

कक्षा-9

अथवा

प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले अपने मित्र को एक बधाई-पत्र लिखिए।

उत्तर-

मित्र को बधाई-पत्र

23, शान्ति कुंज,

गांधी मार्ग, इन्दौर दिनांक : 16.11.20

प्रिय मित्र पल्लव,

सप्रेम हृदय स्पर्श।

आज प्रात:काल ‘दैनिक जागरण’ समाचार पत्र में तुम्हारा अनुक्रमांक देखा, तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। तुम प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हो। मैं स्वयं को अति भाग्यशाली समझता हूँ कि मैंने तुम जैसे योग्य, चतुर, बुद्धिमान मित्र को प्राप्त किया है। इस सन्दर्भ में मैं तुम्हें अपनी हार्दिक बधाइयाँ देता हूँ और आशा करता हूँ कि तुम अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करोगे और अपने जीवन में सफलताओं के शिखर को प्राप्त करोगे।

अपने माता-पिता को मेरी ओर से चरण स्पर्श कहना।

प्रश्न 23.

मेरा प्रिय खेल (बैडमिण्टन)

[रूपरेखा- (1) प्रस्तावना, (2) खेल के नियम, (3) बैडमिण्टन अन्तर्राष्ट्रीय खेल, (4) उपसंहार ।]

1.प्रस्तावना – स्वास्थ्य रक्षा के लिए खेल अत्यन्त आवश्यक हैं। विद्यार्थी जीवन में तो खेलकूद आवश्यक रूप से विद्यालय में कराए जाते हैं। लेकिन आम लोगों के लिए भी खेल स्वास्थ्य और मनोरंजन के लिए आवश्यक और प्रिय बन जाते हैं। खेल कई प्रकार के होते हैं, जैसे-हॉकी, फुटबॉल, क्रिकेट, बैडमिण्टन, शतरंज, ताश, कैरम आदि। मेरा प्रिय खेल बैडमिण्टन है जिसमें कम से कम दो और अधिक से अधिक चार खिलाड़ी खेल सकते हैं। यह खेल मेरे लिए सुविधाजनक और आसान है। इसके लिए न तो क्रीड़ा मैदान में जाना होता है और न ही टीम जुटानी पड़ती है। इसमें दो खिलाड़ी, दो रैकिट और एक शटल कॉक की आवश्यकता होती है।

2.खेल के नियम- यह खेल बच्चों, किशोरों, वयस्कों और वृद्धों सभी का स्वागत करता है। इस खेल

को घर के लोग या पड़ोसी मिल कर खेल सकते हैं। इस खेल में पुरुष और महिला के अनुसार 5 वर्ग हो जाते हैं-पुरुष एकल, पुरुष डबल्स, महिला एकल, महिला डबल्स और मिक्स्ड डबल्स। इस खेल के लिए 44 फीट लम्बा और 23 फीट चौड़ा समतल भूमि का टुकड़ा पर्याप्त है। क्षेत्र के बीच में एक नेट 5 फीट की ऊँचाई में दोनों ओर के लोहे के लट्ठों में बँधा रहता है। दोनों क्षेत्रीय भागों में साइड गैलरी (लम्बाई में) और पीछे की गैलरी चौड़ाई में होती है। टॉस जीतने वाला प्राय: सर्विस लेना पसन्द करता है। फिर रैकिट और शटल कॉक से खेल प्रारम्भ हो जाता है। पुरुषों के खेल में 15 मैच प्वॉइंट और महिलाओं में 10 मैच प्वॉइंट का होता है। मुझे अपने मित्र या पिताजी के साथ खेलने में बड़ा आनन्द आता है। यह खेल एकाग्रता का खेल है। इस खेल से स्वास्थ्य तो बढ़ता ही है साथ ही साथ एकाग्रता और फुर्तीलापन आता है।

3.बैडमिण्टन अन्तर्राष्ट्रीय खेल – यह एक अन्तर्राष्ट्रीय खेल है। जापान, चीन, भारत, इण्डोनेशिया, कोरिया, मलाया तथा यूरोपीय देश इस प्रतिस्पर्धा में भाग लेते हैं। बड़े ऊँचे हॉल इस खेल के लिए बनाए हुए हैं। दूरदर्शन पर हम इसका सीधा प्रसारण देख सकते हैं। प्रथम श्रेणी के अम्पायर नियमों के अनुसार अपने निर्णय देते हैं।

4.उपसंहार – यह खेल अन्य खेलों की तरह अधिक खर्चीला नहीं है। इसमें अधिक से अधिक मनोरंजन होता है। यह विश्व में अधिक लोकप्रिय हो रहा है। टेबिल टेनिस भी इसी वर्ग का खेल है। भारत के खेल मन्त्रालय को इस खेल को अधिक से अधिक प्रोत्साहन और सहायता देनी चाहिए। भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है। क्रिकेट की भाँति यह खेल भी लोकप्रियता ग्रहण कर सकता है।

वार्षिक परीक्षा 2023-24

कक्षा 9वी

विषय हिंदी

(सेट- A)

प्रश्न 1. सही विकल्प चुनकर लिखिए-(1×6=6)

(i)मृत्यु का तरल दूत कौन था ?

(क) जोर की आँधी

(ख) प्रचण्ड ताप

(ग) तेज गति से आता बाढ़ का पानी

(घ) गहरा तालाब ।

(ii)माता-पिता में समास है-

(क) तत्पुरुष समास

(ख) द्वन्द्व समास

(ग) द्विगु समास

(घ) कर्मधारय समास ।

(iii) किस जानवर को कभी क्रोध नहीं आता है ?

(क) बैल

(ख) कुत्ता

(ग) गाय

(घ) गधा।

(iv)काव्य की शोभा बढ़ाने वाले धर्म (तत्व) क्या कहलाते है ?

(क) छंद

(ख) शब्द शक्ति

(ग) अलंकार

(घ) काव्य गुण

(v)ग्राम श्री’ कविता के रचनाकार हैं-

(क) माखनलाल चौधरी

(ख) सुमित्रानंदन पंत

(ग) राजेश जोशी

(घ) केदारनाथ अग्रवाल ।

(vi) रसखान कहाँ जन्म लेना चाहते हैं ?

(क) ब्रजभूमि में

(ख) राजस्थान में

(ग) अयोध्या में

(घ) बुंदेलखण्ड में।

प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित शब्द चुनकर कीजिए-(1×6=6)

1.मेरे संग की औरतें की लेखिका……….हैं।

2.रचना के आधार पर वाक्य……….के प्रकार होते हैं।

3.जूता ……..से हमेशा कीमती रहा है।

4.छंद के………प्रकार होते हैं।

5.महाकाव्य में जीवन का…….चित्रण होता है।

6. …………बड़े बन ठन के सांवर के।

प्रश्न 3. सत्य/असत्य छाँटकर लिखिए –(1×6=6)

1.शंकर लड़कियों के छात्रावास में ताक-झाँक करता था।

2.लेखिका मृदुला गर्ग की परदादी लीक पर ही चलती थीं।

3.’रात-दिन’ में तत्पुरुष समास है।

4.हरिशंकर परसाई का जन्म मध्यप्रदेश में हुआ था।

5.जहाँ नायक-नायिका के विरह का वर्णन हो वहाँ संयोग श्रृंगार होता है।

6.माखनलाल चतुर्वेदी को देश की आजादी के लिए जेल जाना पड़ा था।

प्रश्न 4. सही जोड़ी बनाइए-(1×6=6)

1.इस जल प्रलय में-       निपात शब्द

2.मात्र, ही, भर-             फणीश्वरनाथ ‘रेणु’

3.चौधरी चरण सिंह-       लमही

4.प्रेमचंद-                     पूर्व प्रधानमंत्री

5.श्रृंगार रस-                 महमह धनिया

6.लहलह पालक-         

प्रश्न 5. एक शब्द/वाक्य में उत्तर लिखिए-(1×6=6)

1.आपके पाठ्यक्रम में फणीश्वरनाथ रेणु की रचना कौन-सी है?

2.’अंधकार’ का तद्भव शब्द क्या है?

3.’तारे गिनना’ का क्या अर्थ है ?

4.’साँवले सपनों की याद’ के लेखक का क्या नाम है ?

5.दोहा छंद में कितनी मात्राएँ होती हैं?

6.रसखान किसके भक्त थे ?

प्रश्न 6.नई कविता के चार प्रमुख कवियों के नाम और उनकी दो-दो रचनाओं के नाम लिखिए।–(2)

अथवा

निर्गुण भक्ति काव्य की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।

प्रश्न 7.इस संसार में सच्चा संत कौन कहलाता है ?-(2)

अथवा

कवि (सुमित्रानंदन पंत) ने गाँव को ‘हरता जन मन’ क्यों कहा है ?

प्रश्न 8.कवि का ब्रज के वन, बाग और तालाब निहारने के पीछे क्या कारण है ?-(2)

अथवा

‘मेघ आए’ कविता में जिन रीति-रिवाजों का मार्मिक चित्रण हुआ है, उनका वर्णन कीजिए।

प्रश्न 9.कवि रसखान के कलापक्ष पर प्रकाश डालिए।–(2)

अथवा

सुमित्रानंदन पंत की दो रचनाओं के नाम लिखिए।

प्रश्न 10.खण्डकाव्य की परिभाषा एवं एक खण्डकाव्य का नाम लिखिए।–(2)

अथवा

(अ) ‘कालिंदी कूल कदंब की डारन’ में कौन-सा अलंकार है ?

(ब) ‘पीपर पात सरिस मन डोला’ में कौन-सा अलंकार है ?

प्रश्न 11.उत्प्रेक्षा अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।–(2)

अथवा

वीर रस की परिभाषा लिखते हुए एक उदाहरण दीजिए।

प्रश्न 12.रेखाचित्र किसे कहते हैं ?-(2)

अथवा

कहानी किसे कहते हैं ? दो कहानीकारों के नाम लिखिए।

प्रश्न 13.किस घटना ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया और उन्हें पक्षी प्रेमी बना दिया ?-(2)

अथवा

कोई वस्तु हमारे लिए उपयोगी हो, न हो लेकिन टी.वी, पर विज्ञापन देखकर हम उसे खरीदने के लिए अवश्य लालायित होते हैं। क्यों?

प्रश्न 14.हीरा और मोती ने शोषण के खिलाफ आवाज उठाई लेकिन उसके लिए प्रताड़ना भी सही। हीरा-मोती की इस प्रतिक्रिया पर तर्क सहित अपने विचार प्रकट करें।–(2)

अथवा

उस समय के तिब्बत में हथियार का कानून न रहने के कारण यात्रियों को किस प्रकार का भय बना रहता था?

प्रश्न 15.हरिशंकर परसाई की दो गद्य रचनाओं के नाम लिखिए।–(2)

अथवा

राहुल सांकृत्यायन की भाषा-शैली की विशेषताएँ लिखिए।

प्रश्न 16.निम्नलिखित शब्दों में से तत्सम तथा तद्भव शब्द अलग कीजिए-(2)

मुख्य, सूखा, श्यामल, घोड़ा।

अथवा

निम्नलिखित शब्दों का समास-विग्रह कर समास का नाम बताइए –

नवग्रह, राम-श्याम।

प्रश्न 17.डराने, धमकाने, उपदेश देने या दबाव डालने की जगह सहजता से किसी को भी सही राह पर लाया जा सकता है-पाठ के आधार पर तर्क सहित उत्तर दीजिए।–(2)

अथवा

‘रीढ़ की हड्डी’ एकांकी का क्या उद्देश्य है ? लिखिए।

प्रश्न 18.निम्नलिखित काव्यांश का संदर्भ-प्रसंग सहित भावार्थ लिखिए –(3)

आई सीधी राह से, गई न सीधी राह।

सुषुम सेतु पर खड़ी थी, बीत गया दिन आह ?

जेब टटोली, कोड़ी न पाई।

माझी को दूँ, क्या उतराई ?

अथवा

मानुष हों तो वही रसखानि बसौं व्रज गोकुल गाँव के ग्वारन। जो पशु हौं तो कहा बस मेरो चरों नित नंद की धेनु मंझारन। पाहन हौं तो वही गिरि को जो कियो हरिछत्र पुरंदर धारन। जो खग हाँ तो बसेरौ करौं मिलि कालिंदी कूल कदंब की डारन ॥

प्रश्न 19.निम्नलिखित गद्यांश की संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या कीजिए-(3)

मुझे लगता है तुम किसी सख्त चीज को ठोकर मारते रहे हो। कोई चीज जो परत पर परत सदियों से जम गई है, उसे शायद तुमने ठोकर मार-मारकर अपना जूता फाड़ लिया। कोई टीला जो रास्ते पर खड़ा हो गया था, उस पर तुमने अपना जूता आजमाया।

अथवा

धीरे-धीरे सब कुछ बदल रहा है। एक नयी जीवन शैली अपना वर्चस्व स्थापित कर रही है। उसके साथ आ रहा है एक नया जीवन दर्शन-उपभोक्तावाद का दर्शन। उत्पादन बढ़ाने पर जोर है चारों ओर। यह उत्पादन आपके लिए है, आपके भोग के लिए है, आपके सुख के लिए है, सुख की व्याख्या बदल गई है। उपभोग ही सुख है।

प्रश्न 20.विद्यालय के खेल के मैदान में एक बैग मिला है जिसमें पुस्तकें तथा कुछ रुपये हैं। उसके

खोने का विज्ञापन लिखिए।–(3)

अथवा

‘स्वच्छ भारत अभियान’ विषय पर एक अनुच्छेद लिखिए।

प्रश्न 21.निम्नलिखित अपठित गद्यांश/काव्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर लिखिए – 4

मानव का अकारण ही मानव के प्रति अनुदार हो उठना न केवल मानवता के लिए लज्जाजनक है, वरन् अनुचित भी है। वस्तुतः यथार्थ मनुष्य वही है जो मानवता का आदर करना जानता है, कर सकता है। केवल इसलिए कि कोई मनुष्य बुद्धिहीन है अथवा दरिद्र, वह घृणा का तो दूर, उपेक्षा का भी पात्र नहीं होना चाहिए। मानव तो इसलिए सम्मान के योग्य है कि वह मानव है, भगवान की सर्वश्रेष्ठ रचना है।“-(4)

प्रश्न- (1) उपर्युक्त गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक दीजिए।

(2) यथार्थ मनुष्य किसे कहा गया है ?

(3) भगवान की सर्वश्रेष्ठ रचना क्या है ?

अथवा

तुम हो घरती के पुत्र न हिम्मत हारो, श्रम की पूँजी से अपना काज सँवारो। श्रम की सीपी में ही वैभव ढलता है तब स्वाभिमान का दीप स्वयं जलता है।

प्रश्न- (1) उपर्युक्त काव्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।

(2) कवि के अनुसार स्वाभिमान कब जाग्रत होता है ?

(3) उपर्युक्त काव्यांश का भावार्थ लिखिए।

प्रश्न 22.अपने प्राचार्य महोदय को पत्र लिखिए जिसमें विद्यालय में खेल के सामान की समुचित व्यवस्था करने का आग्रह किया गया हो।–(4)

अथवा

प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले अपने मित्र को एक बधाई पत्र लिखिए।

प्रश्न 23.निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबन्ध लिखिए –(4)

  • भारत की बढ़ती जनसंख्या,
  • मेरा प्रिय खेल,
  • इक्कीसवीं सदी का भारत,
  • राष्ट्रभाषा हिंदी,
  • जल है तो कल है।
HINDISET A
SET B
SET C
SET D
ENGLISHSET A
SET B
SET C
SET D
SANSKRITSET A
SET B
SET C
SET D
MATHSET A
SET B
SET C
SET D
SOCIAL SCIENCESET A
SET B
SET C
SET D
SCIENCESET A
SET B
SET C
SET D
कक्षा 9वी वार्षिक परीक्षा के पेपर 2024

विद्यार्थियों आइए जानते हैं वार्षिक परीक्षा परीक्षा 2024 में क्या-क्या लेकर जाना है

  • काले और नीले के दो-दो पेन लेकर अवश्य जाना है
  • एक  ट्रांसपेरेंट पानी की बॉटल लेकर जाना है
  • गणित के पेपर में संबंधित सामग्री लेकर अवश्य जाना है
  • विद्यालय में परीक्षा के 1 घंटे पहले पहुंचना अनिवार्य है

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  • इसके पश्चात 20 से 25 सेकंड का टाइमर चलेगा
  • इसके पश्चात  डाउनलोड का हरा बटन नजर आयगा उस पर क्लिक कर देना होगा
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NOTE :25 सेकंड के बाद ही आपको हरा कलर का डाउनलोड का बटन दिखेगा

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तो विद्यार्थियों में उम्मीद कर रहा हूं अभी तक आप सभी को Class 9th SET A Hindi vaarshik paper 2024 तथा पेपर का फुल सोल्यूशन मिल चुका होगा मैंने PDF भी आप सभी को प्रोवाइड कराई है ताकि आप सभी को कोई भी समस्या ना हो लगातार आपके कमेंट आते रहते हैं कि सर हमें PDF भी दिया करो हमें बहुत ज्यादा समस्या होती है फाइनली मैं आप सभी को पीडीएफ भी प्रोवाइड कर दी है अब आप सभी को इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों तक शेयर करना है जिससे कि सभी की हेल्प हो पाएगी और आपको जल्दी से जल्दी मैं पेपर प्रोवाइड कर पाऊंगा आप हमारे सोशल मीडिया लिंक से भी जुड़ सकते हैं सारे लिंक में आपको प्रोवाइड करा दे रहा हूं

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प्रश्न 12. रेखाचित्र किसे कहते हैं ?

उत्तर-रेखाचित्र में शब्दों की कलात्मक रेखाओं द्वारा किसी व्यक्ति, वस्तु अथवा घटना के बाह्य और आन्तरिक स्वरूप का शब्दचित्र अंकित किया जाता है।

प्रश्न 8. कवि का ब्रज के वन, बाग और तालाब निहारने के पीछे क्या कारण है ?

उत्तर-रसखान श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त हैं। वे उन सभी चीजों को प्रेम करते हैं जिनसे श्रीकृष्ण का सम्बन्ध रहा है। ब्रज के वन, बाग और तालाबों से श्रीकृष्ण का सम्बन्ध है इसीलिए कवि उनको निहारने के लिए लालायित हैं।

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