SET B Class 9th Hindi varshik Paper 2025 : कक्षा 9वीं हिंदी वार्षिक पेपर 2025

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नमस्कार विद्यार्थियों जैसा की SET B Class 9th Hindi varshik Paper 2025 कक्षा 9वीं हिंदी वार्षिक पेपर 2025 लोक शिक्षण संचनालय मध्य प्रदेश बोर्ड भोपाल द्वारा वार्षिक परीक्षा कार्यक्रम 2025 के तहत दिनांक कल सुबह होने वाला कक्षा 9वी हिंदी विषय का पेपर लिया जा रहा है प्रिय विद्यार्थियों आप सभी लगातार डिमांड करते रहते हैं पेपर किस प्रकार देखने के लिए मिलेगा आप सभी की डिमांड को देखते हुए कक्षा 9वीं हिंदी वार्षिक पेपर 2025 के लिए नमूना प्रश्न लेकर आ चुके हैं नमूना प्रश्न पत्र को देखकर आप सभी तैयारी कर सकते हैं वार्षिक परीक्षा के लिए बोर्ड पैटर्न पर आधारित यह नमूना प्रश्न पत्र आप सभी की तैयारी को और निश्चित ही आगे बढ़ाएगी और व्यवस्थित तरीके से बोर्ड पैटर्न पर आधारित तैयारी कैसे करनी है यह दिशा दिखाएगा

प्रिय विद्यार्थियों कक्षा 9वीं हिंदी वार्षिक पेपर 2025 के लिए नमूना प्रश्न पत्र के कुछ विशेष सैंपल

Class 9th Hindi varshik Paper 2025

SET B Class 9th Hindi varshik Paper 2025

SET B Class 9th Hindi varshik Paper 2025
Class 9th
Subject Hindi
Board लोक शिक्षण संचनालय मध्य प्रदेश बोर्ड भोपाल
परीक्षा का प्रकार वार्षिक परीक्षा 2025
प्रश्न पत्र का प्रकारनमूना प्रश्न पत्र
  1. पद्य साहित्य के इतिहास को कितने कालों में बाँटा गया है ? क्रम से कालों के नाम लिखिए |
    अथवा
    नई कविता के कोई दो कवियों के नाम एवं उनकी एक-एक रचना का नाम लिखिए |
  2. सुमित्रानन्दन अथवा माखनलाल चतुर्वेदी के भाव सौंदर्य की कोई – दो विशेषताएँ लिखिए | (2)
  3. कवि पन्त ने गाँव को ‘मरकत डिब्बे सा खुला’ क्यों कहा है ? लिखिए | (2)
    अथवा
    कवयित्री ललद्वद का “घर जाने की चाह’ से क्या तात्पर्य हैं ?
  4. किस शासन की तुलना तम के प्रभाव से की गई है और क्यों ? (2)
    अथवा
    लता ने बादल रूपी मेहमान को किस तरह देखा और क्यों ?
  5. .सवैया छंद की परिभाषा लिखिए | (2)
    अथवा
    पं. जगन्नाथ के अनुसार काव्य की परिभाषा लिखिए |
  6. महाकाव्य और खण्डकाव्य में कोई दो अंतर लिखिए |
    अथवा
    उपमा अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए |
  7. गद्य की प्रमुख विधाओं के नाम लिखिए | (2)
    अथवा
    व्यंग्य विधा का सामान्य परिचय लिखिए |
  8. मुंशी प्रेमचन्द अथवा महादेवी वर्मा की कोई – दो रचनाएँ लिखते हुए साहित्य में उनका स्थान लिखिए |
  9. .’किन घटनाओं से पता चलता है कि हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी ? दो बैलों की कथा पाठ के आधार पर लिखिए |
    अथवा
    लेखक राहुल सांकृत्यायन ने डाकुओं से बचने के लिए कौन -सा साधन अपनाया ?
  10. सालिम अली पक्षी प्रेमी कैसे बने ? लिखिए | (2)
    अथवा
    लेखिका महादेवी वर्मा ने ‘मेरे बचपन के दिन’ पाठ में अपनी माँ की किन विशेषताओं के बारे में बताया है ? लिखिए |
  11. निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ लिखते हुए वाक्यों में प्रयोग कीजिए – (2)
    [. फूला न समाना ॥. ईद का चाँद होना
    अथवा
    संधि की परिभाषा एवं प्रकार के नाम लिखिए |
  12. बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हर नाव पर क्या-क्या सामग्री होना आवश्यक है ?
    अथवा
    फणीश्वरनाथ रेणु के मित्रों के नाम लिखिए |
  13. निम्नलिखित काव्यांश का संदर्भ-प्रसंग सहित भावार्थ लिखिए- (3)
    हस्ती चढ़ीए ज्ञान कौं , सहज दुलीचा डारि।
    स्वान रूप संसार है, भ्रूंक न दे झख मारि॥
    अथवा
    मानुष हीं तो वही रसखानि बसौं ब्रज गोकुल गाँव के ग्वारन।
    जौंपसुहों तो कहा बस मेरो चरौं नित नंद की धेनु मँझारन ॥
    पाहन हीं तो वही गिरि को जो कियो हरिछत्र पुरंदर धारन।
    जो खग हीं तो बसेरो करौं मिलि कालिंदी दी कूल कदंब की डारन॥
  14. निम्नलिखित गद्यांश की संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या लिखिए- (3)

दोनों बैलों का ऐसा अपमान कभी न हुआ था। झूरी उन्हें फूल की छड़ी से भी न छूता था । उसकी टिटकार पर दोनों उड़ने
लगते थे। यहाँ मार पड़ी। आहत-सम्मान की व्यथा तो थी ही, उस पर मिला सूखा भूसा ! नाँद की तरफ आँखें तक न उठाईं।
अथवा
टोपी आठ आने में मिल जाती है और जूते उस ज़माने में भी पाँच रुपये से कम में क्या मिलते होंगे। जूता हमेशा टोपी से कीमतीरहा है। अब तो जूते की कीमत और भी बढ़ गई है और पर पचीसों टोपियाँ न्योछावर होती हैं। तुम भी जूते और टोपी केआनुपातिक मूल्य के मारे हुए थे। यह विडंबना मुझे इतनी तीव्रता से पहले कभी नहीं चुभी, जितनी आज चुभ रही है, जब मैंतुम्हारा फटा जूता देख रहा हूँ |

  1. ‘यातायात के नियम’ विषय पर एक अनुच्छेद लिखिए | (3)
    अथवा
    “भविष्य में आप क्या बनना चाहते हैं’ विषय पर अपने बड़े भाई से संवाद लिखिए |
  2. निम्नलिखित अपठित काव्यांश अथवा गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए –
    समय का सबसे कहना है, जीवन चलते रहना है,
    इसको मत बर्बाद करो, सदा काम की बात करो।
    फूल सदा मुस्काते है, हमको यह समझाते है,
    जीवन हँसते रहना है, दुःख-सुख भी सहना है।
    कर्म ही जिसकी प्रीत है, सत्य से जिसको प्रीत है,
    अंत में उसकी जीत है, समय भी उसका मीत है।
    प्रश्न -।. उपर्युक्त काव्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए |
    ह. समय किसका मित्र है ?
    ह. उपर्युक्त काव्यांश का भावार्थ लिखिए |
    अथवा
    मानव जीवन के लिए मनोर॑जन की अत्यंत आवश्यकता है। मनोर॑जन के कार्य तथा साधन कुछ क्षण के लिए मानव जीवन के
    गहन बोझ को कम करके व्यक्ति में उत्साह का संचालन कर देते हैं। मानव सृष्टि के आरंभ से ही मनोर॑जन की आवश्यकता
    प्रिय ने अनुभव की होगी और जैसे-जैसे समय व्यतीत होता गया वैसे-वैसे नवीनतम खोज इस अभाव को पूरा करने के लिए की
    गई।
    प्रश्न – ।. उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए |
    ह. मानव जीवन के लिए मनोर॑जन क्यों आवश्यक है?
    ही. उपर्युक्त गद्यांश का सारांश लिखिए |
  3. अपने प्राचार्य को स्थानान्तरण प्रमाण पत्र प्राप्त हेतु आवेदन पत्र लिखिए | (4)
    अथवा
    प्रात: कालीन सैर के लाभ बताते हुए अपने छोटे भाई को पत्र लिखिए |
  4. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर रुपरेखा सहित सारगर्भित निबंध लिखिए – (4
    [. जल संरक्षण
    . 1 पर्यावरण प्रदूषण : कारण एवं निदान iiमेरी प्रिय पुस्तक
    iiiआदर्श विद्यार्थी के गुण iv जीवन में खेलों का महत्त्व

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